देश कई प्रकार की हिंसक वारदातों का शिकार रहा है। आजादी के बाद से ही यह समस्या हम झेल रहे हैं। आतंकवाद हो या फिर नक्सलवाद हो, हम इन्हें झेल रहे थे। लेकिन आज नक्सलवाद का दायरा बहुत तेजी से सिकुड़ रहा है। माओवाद को जड़ से उखाड़ने की दिशा में आत्मविश्वास से सफलता की ओर कदम रख रहे हैं।
मॉनसून सत्र की शुरुआत से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने मीडिया से बात की है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में दुनिया ने भारत का सैन्य सामर्थ्य देखा। दुनिया के नेताओं से मिलता हूं तो उनका भरोसा भारत के स्वदेशी हथियारों के प्रति दिखता है। मुझे विश्वास है कि इस सदन में एक स्वर से ऑपरेशन सिंदूर को लेकर ओजस्वी भावनाएं प्रकट की जाएंगी। उन्होंने कहा कि इससे देशवासियों को प्रेरणा मिलेगी और सैन्य क्षेत्र में जो रिसर्च और आविष्कार हो रहे हैं, उसके लिए भी प्रोत्साहन मिलेगा। यह एक दशक हम देख सकते हैं कि शांति और प्रगति कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश कई प्रकार की हिंसक वारदातों का शिकार रहा है। आजादी के बाद से ही यह समस्या हम झेल रहे हैं। आतंकवाद हो या फिर नक्सलवाद हो, हम इन्हें झेल रहे थे। लेकिन आज नक्सलवाद का दायरा बहुत तेजी से सिकुड़ रहा है। माओवाद को जड़ से उखाड़ने के संकल्प के साथ देश के सुरक्षाबल एक नए आत्मविश्वास से सफलता की ओर कदम रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं गर्व से कह सकता हूं कि देश के सैकड़ों जिले नक्सलवाद की चपेट से निकलकर मुक्ति की सांस ले रहे हैं। हमें गर्व है कि बम, बंदूक और पिस्तौल के सामने हमारे देश का संविधान विजयी हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए साफ दिख रहा है कि कल तक जो रेड कॉरिडोर थे, वे आज ग्रीन जोन में परिवर्तित हो रही हैं। आज देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर है। विश्व की अनेक संस्थाएं सराहना कर रही हैं। 2014 से पहले एक जमाना था कि महंगाई दर दोहरे अंकों में थी, लेकिन आज यह दो पर्सेंट के करीब है। इससे आम लोगों को बड़ी राहत मिली है। भारत को WHO ने ट्रेकोमा फ्री घोषित किया है।
सभी दलों और सांसदों की करता हूं सराहना, दुनिया को बताई हकीकत
पहलगाम आतंकी हमले ने दुनिया को दहला दिया। आतंकियों की इस बर्बरता के खिलाफ दलहित छोड़कर ज्यादातर दलों के प्रतिनिधियों ने विश्व भ्रमण किया और दुनिया के अनेक देशों में जाकर एक स्वर से दुनिया के सामने आतंकवादियों के आका पाकिस्तान को बेनकाब करने का सफल अभियान चलाया। राष्ट्रहित में किए गए इस काम के लिए मैं सभी सांसदों और सभी दलों की सराहना करना चाहता हूं। इससे देश में एक पॉजिटिव माहौल बना। विश्व ने भारत की बात को स्वीकार करने की दिशा में अपने मन के द्वार खोले। इसके लिए हमारे सांसदगण और राजनीतिक दल सराहना के पत्र हैं।
विपक्षी दलों से अपील- संसद में करें सेना की तारीफ
इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी दलों से अपील की है कि वे संसद में सेना की सराहना करें। कैसे भारत हथियारों के मामले में आत्मनिर्भर हो। इस पर चर्चा करें। उन्होंने कहा कि मैं जरूर कहूंगा कि राजनीतिक दल भले ही अलग-अलग हैं, लेकिन इस वास्तविकता को स्वीकार करना होगा कि दलहित में भले ही मत भले ही ना मिलें, लेकिन देश हित में मन जरूर मिलें।