पंजाब की खरड़ सीट से विधायक अनमोल गगन मान ने अपने पद और पार्टी से इस्तीफा देते हुए राजनीति से संन्यास का ऐलान कर दिया था। हालांकि पार्टी ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। इसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की खरड़ से विधायक अनमोल गगन मान का इस्तीफा पार्टी ने नामंजूर कर दिया है। इसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। आम आदमी पार्टी पंजाब के अध्यक्ष अमन अरोड़ा विधायक अनमोल गगन मान से उनके निवास स्थान जीरकपुर में मुलाकात की है। इस संबंध में अरोड़ा ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि मैं अनमोल गगन मान से पारिवारिक माहौल में मिला। पार्टी ने विधायक पद से उनका इस्तीफा नामंज़ूर करने का फैसला किया है। अनमोल गगन मान ने भी इस फैसले को स्वीकार कर लिया है। मैंने उनसे पार्टी और क्षेत्र की प्रगति के लिए मिलकर काम करते रहने का अनुरोध किया। अनमोल आम आदमी पार्टी के परिवार का हिस्सा थीं, हैं और रहेंगी।
वहीं, उनके इस्तीफे पर उनके इस्तीफे पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा था कि मुझे अनमोल के इस्तीफे को लेकर सीमित जानकारी मिली है। पार्टी जल्द ही एक मीटिंग बुलाएगी और इस पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
इस्तीफा देते हुए राजनीति छोड़ने का किया था ऐलान
विधायक अनमोल गगन मान ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा था कि मेरा दिल भारी है, लेकिन मैंने राजनीति छोड़ने का फैसला कर लिया है। स्पीकर से अनुरोध है कि मेरा इस्तीफा स्वीकार किया जाए। मेरी शुभकामनाएं पार्टी के साथ हैं। मुझे उम्मीद है कि पंजाब सरकार जनता की उम्मीदों पर खरी उतरेगी। उन्होंने मोहाली की खरड़ विधानसभा सीट से चुनाव जीता और विधायक बनीं। इसके बाद उन्हें पर्यटन व संस्कृति मंत्री बनाया गया, लेकिन 2024 में मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया। पिछले कुछ समय से वह राजनीतिक गतिविधियों से दूर थीं।
तो दो उप चुनाव होते पंजाब में
विधायक अनमोल गगन मान के विधानसभा से इस्तीफे के ऐलान के बाद पंजाब की सियासत गरमा गई है। भारतीय जनता पार्टी ने इसे जनता के पांच साल के जनादेश से विश्वासघात बताया था तो वहीं पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने इस मुद्दे पर तीखा हमला बोलते हुए इसे आम आदमी पार्टी का अंत समय बताते हुए कहा था कि पार्टी ईंट दर ईंट गिर रही है। वहीं अगर अनमोल गगन मान का इस्तीफा यदि स्वीकार होता है तो तरनतारन के साथ साथ पार्टी को खरड़ उपचुनाव में भी उतरना पड़ सकता था।
मंत्री पद से हटाने से खफा थी
इस्तीफा देने से पांच दिन पहले विधायक अनमोल गगन मान ने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी। इसी दौरान उन्होंने राजनीति छोड़ने के संकेत दे दिये थे।मगर अरविंद केजरीवाल ऐसा नहीं चाहते थे। दरअसल, मंत्रिमंडल से बाहर होने के बाद से ही अनमोल बहुत ज्यादा असहज महसूस कर रही थीं। अनमोल इस बात से भी खफा थीं कि मंत्रिमंडल से बाहर करने की ठोस वजह उन्हें नहीं बताई गई थी। उनके घटे सियासी कद की वजह से उनके हलके में आप वर्करों में रोष है। अपने आगामी सियासी सफर और भूमिका को लेकर भी अनमोल चिंतित और संशय में थी।
(रिपोर्ट: मोनी देवी, लाइव हिन्दुस्तान)