रिजिजू ने कहा कि पुरानी जनगणना के अनुसार बहुसंख्यक हिंदू लगभग 78 से 79 प्रतिशत हैं। अगर आप नई जनगणना देखें, तो यह प्रतिशत कम हो सकता है, लेकिन मुझे अभी इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन हिंदू बहुसंख्यकों की वजह से, सभी अल्पसंख्यक इस देश में पूर्ण स्वतंत्रता और सुरक्षा का आनंद ले रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि बहुसंख्यक हिंदुओं की वजह से भारत में अल्पसंख्यकों को पूर्ण स्वतंत्रता और सुरक्षा हासिल है। उन्होंने कहा कि यह देश अल्पसंख्यकों के लिए सर्वाधिक सुरक्षित जगह है। ‘पीटीआई वीडियो’ को दिए एक साक्षात्कार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि उन्हें ऐसा एक भी मामला नहीं मिला है जहां अल्पसंख्यक समुदाय का कोई सदस्य देश में किसी भी चीज से वंचित होने के कारण भारत से पलायन करने की इच्छा रखता हो।
उन्होंने कांग्रेस पार्टी समर्थित वामपंथी पारिस्थितिकी तंत्र पर आरोप लगाया कि वह लगातार यह विमर्श चलाने में लिप्त है कि अल्पसंख्यकों को भारत में प्रताड़ित किया जा रहा है, उनका कत्लेआम किया जा रहा है, उनकी पीट-पीटकर हत्या की जा रही है और वे सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के विमर्श देश के लिए मददगार नहीं हैं। अपने पूर्ववर्ती मुख्तार अब्बास नकवी के उस बयान के बारे में पूछे जाने पर जिसमें उन्होंने मंत्री रहते हुए कहा था कि भारत अल्पसंख्यकों के लिए स्वर्ग है, रिजिजू ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां ‘‘लोग कानून का पालन करते हैं, हम धर्मनिरपेक्ष हैं, हमारा एक संविधान है, और इसलिए चाहे बहुसंख्यक हो या अल्पसंख्यक, सभी समान हैं।’’
रिजिजू ने शुक्रवार को यहां ‘पीटीआई-भाषा’ के मुख्यालय में कहा, ‘‘अब यह कहने के बाद, मैं स्पष्ट रूप से कह सकता हूं कि जो कुछ बहुसंख्यक समुदाय को मिलता है, अल्पसंख्यक समुदायों को भी मिलता है, लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जो अल्पसंख्यकों को तो मिलती हैं, लेकिन बहुसंख्यक समुदाय को नहीं मिलतीं।’’
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘अगर आप इतिहास को संक्षेप में देखें, तो चीनी कब्जे के कारण तिब्बत में कुछ समस्याएं थीं और तिब्बती भारत आ गए। म्यांमा में कुछ लोकतांत्रिक आंदोलन और समस्याएं थीं और लोकतांत्रिक कार्यकर्ता भारत आए। श्रीलंका में कुछ समस्याएं थीं, श्रीलंकाई तमिल भारत आए। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हुआ, वे सभी भारत आए। पाकिस्तान और अफगानिस्तान से (कई लोग भारत आए)।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आखिरकार वे सभी भारत में शरण लेना चाहते हैं क्योंकि उन्हें भारत के संविधान और भारत के लोगों पर भरोसा है। इसीलिए वे यहां आते हैं।’’रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में रहने के दौरान हुई छिटपुट घटनाओं और दंगों को छोड़कर, आमतौर पर ‘‘अल्पसंख्यक भारत में सर्वाधिक सुरक्षित हैं।’’ उन्होंने कहा कि इसके बावजूद पिछले 11 वर्षों से लगातार यह विमर्श चलाया जा रहा है कि भारत में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं। रिजिजू ने आश्चर्य जताते हुए पूछा कि भारत को इस अभियान से क्या मदद मिल रही है। रिजिजू ने कहा, ‘‘मैं एक अल्पसंख्यक समुदाय से हूं। मुझे खुले तौर पर यह स्वीकार करना होगा कि पुरानी जनगणना के अनुसार बहुसंख्यक हिंदू लगभग 78 से 79 प्रतिशत हैं। अगर आप नई जनगणना देखें, तो यह प्रतिशत कम हो सकता है, लेकिन मुझे अभी इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन हिंदू बहुसंख्यकों की वजह से, सभी अल्पसंख्यक इस देश में पूर्ण स्वतंत्रता और सुरक्षा का आनंद ले रहे हैं।’’