होम देश Hoardings by Eknath Shinde led Shiv Sena targetting Aaditya Thackeray seen in Pune ‘अंदर कौन-कौन जाएगा, अब सिर्फ गिनो’; आदित्य ठाकरे पर निशाना साधने वाले पुणे में लगे होर्डिंग, Maharashtra Hindi News

Hoardings by Eknath Shinde led Shiv Sena targetting Aaditya Thackeray seen in Pune ‘अंदर कौन-कौन जाएगा, अब सिर्फ गिनो’; आदित्य ठाकरे पर निशाना साधने वाले पुणे में लगे होर्डिंग, Maharashtra Hindi News

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पोस्टर वॉर आदित्य ठाकरे की ओर से महाराष्ट्र विधानसभा में दिए तीखे बयानों के बाद शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने एकनाथ शिंदे पर तीखा हमला बोला था। हालांकि, उन्होंने शिंदे का नाम नहीं लिया। उन्होंने बेशर्म और गद्दार कहा था।

Niteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तानSat, 19 July 2025 10:58 AM

एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की ओर से पुणे में शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे को निशाना बनाने वाले होर्डिंग लगाए गए हैं। ठाकरे ने कुछ दिनों पहले पार्टी में विभाजन को लेकर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर टिप्पणी की थी। इन होर्डिंग्स को शिंदे गुट की ओर से उद्धव ठाकरे के बेटे को जवाब माना जा रहा है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने वीडियो क्लिप जारी किया है जिसमें सड़क किनारे मकानों पर बड़े-बड़े होर्डिंग लगे दिख रहे हैं। इन पर लिखा है, ‘अंदर कौन-कौन जाएगा। अब सिर्फ गिनो।’

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होर्डिंग पर आदित्य ठाकरे की कॉर्टून वाली तस्वीर लगी है जिसमें वह पानी में खड़े नजर आते हैं। शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता प्रमोद नाना भानगिरे की फोटो भी होर्डिंग पर नीचे छपी है। मालूम हो कि भानगिरे हडपसर विधानसभा क्षेत्र में काफी सक्रिय रहते हैं। पोस्टर वॉर आदित्य ठाकरे की ओर से महाराष्ट्र विधानसभा में दिए तीखे बयानों के बाद शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने एकनाथ शिंदे पर तीखा हमला बोला था। हालांकि, उन्होंने शिंदे का नाम नहीं लिया। उन्होंने बेशर्म और गद्दार कहा था। ठाकरे ने साल 2022 में शिवसेना में विद्रोह का जिक्र करते हुए यह बयान दिया। इस बगावत के चलते उद्धव के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार गिर गई थी।

एकनाथ शिंदे को आदित्य ठाकरे ने क्या कहा

आदित्य ठाकरे ने सदन को याद दिलाया कि शिंदे को उद्धव ने शहरी विकास विभाग का पोर्टफोलियो सौंपा था। इसके बावजूद उन्होंने विश्वासघात किया। ये टिप्पणियां मॉनसून सत्र के दौरान की गईं, जिसमें विपक्षी नेता भास्कर जाधव ने स्पीकर राहुल नार्वेकर पर नियम 293 की चर्चा के दौरान विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया।

इस बीच, महाराष्ट्र सरकार की ओर से इस्लामपुर का नाम बदलकर ईश्वरपुर करने के फैसले ने एक और विवाद को जन्म दे दिया है। कई विपक्षी दलों ने इनकी आलोचना की है। कांग्रेस विधायक असलम शेख ने निशाना साधते हुए कहा, ‘नाम बदलो अगर चाहते हो लेकिन सड़कें, पानी, बगीचे या बुनियादी सेवाएं कहां हैं? कब तक लोगों को नाम के खेल से बेवकूफ बनाओगे?’

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