निमिषा प्रिया 2017 से सना जेल में बंद है
यमन की सना जेल में बंद जिंदगी और मौत के फैसलों को लेकर उलझी भारत की नर्स निमिषा प्रिया को नया अपडेट आया है. यमन में मौजूद निमिषा की मां ने अमेरिकी आउटलेट सीएनएन से कहा है कि मेरी बेटी काफी तनाव में है. यमन की सना जेल की गिनती दुनिया के सबसे खतरनाक जेलों में होती है.
सना जेल पर हूती विद्रोहियों का कब्जा है और ये विद्रोही अपने हिसाब से इस जेल का संचालन करते हैं. निमिषा इस जेल में 2017 से बंद है. ऐसे में आइए जानते हैं कि निमिषा को सना जेल में आखिर निमिषा को क्या-क्या सुविध मिलती है?
पहले यमन की सना जेल के बारे में
यमन की सना स्थित जेल को देश का सबसे बड़ा काल कोठरी माना जाता है. इस जेल की स्थापना साल 1991 में की गई थी. 1993 से इसमें कैदियों को रखा जाने लगा. सना जेल में हर प्रकार के कैदी रहते हैं.
इस जेल पर हूती विद्रोहियों का कब्जा है और हूती अपने नियमों के तहत इसे संचालित करते हैं. सना जेल में महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग वार्ड की व्यवस्था है.
अमेरिकी शोधकर्ता केसी कूम्बस ने 2015 में सना जेल का दौरा किया था. कूम्बस के मुताबिक 15/8 का हर कोठरी है, जिसमें धूप आने के लिए पाइप लगाया गया है. जेल की दीवारें बाहर से दिखने में काफी मजबूत है, लेकिन जब आसपास बम गिरता है तो अंदर तक कंपन महसूस होती है.
जेल में क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं?
सना जेल में निमिषा प्रिया को महिला कैदियों के साथ रखा जाता है. निमिषा को उन महिलाओं के साथ रखा जाता है तो राजनीतिक कैदी हैं और हूती उन्हें प्रताड़ित करने के लिए पकड़ लाए हैं.
निमिषा को हफ्ते में एक बार अपने परिवार से बात करने के लिए फोन दिया जाता है. निमिषा व्हाट्सएप कॉल के जरिए अपने पति और बच्चे से बात करती हैं. निमिषा ने 2023 में व्हाट्सएप कॉल के जरिए ही केरल के कुछ मीडिया संस्थानों को इंटरव्यू दिया था.
निमिषा को परिवार से मिलने की भी इजाजत दी जाती है. 18 जून 2025 को आखिरी बार निमिषा अपनी मां से मिली थी. निमिषा की मां ने सीएनएन को बताया कि उस वक्त वो काफी तनाव में थी. उसे वापस आने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही थी.
अल अरबिया के मुताबिक हूती विद्रोहियों ने जिन जेलों को अपने कब्जे में रख रखा है, वहां पर कैदियों से अच्छे खाना और पानी के लिए पैसे लिए जाते हैं. हूती विद्रोही इन पैसों का इस्तेमाल अपने हथियार खरीदने के लिए करते हैं.
पैसे न देने वाले लोगों को हूती के विद्रोही गंदा खाना और गंदा पानी देते हैं. पैसे देने वाले कैदियों को अच्छे भोजन की व्यवस्था की जाती है. निमिषा 2017 से ही यमन की सना जेल में बंद है.