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रूस के पास ‘बमों का बाप’, देख ले दुनिया तो परमाणु हो जाएगा आउट ऑफ फैशन

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रूस दिन प्रति दिन घातक होता जा रहा है. यूक्रेन के खिलाफ रूस अपने नए-नए हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है, इन हथियारों को अमेरिका और पश्चिमी देश से मिले एयर डिफेंस भी नहीं रोक पा रहा है. पिछले कुछ महीनों से रूसी हमलों ने यूक्रेन में भारी तबाही मचाई है. रूस बैलिस्टिक मिसाइल इस पूरे युद्ध में सबसे घातक साबित हुई हैं.

21 नवंबर, 2024 को भोर से ठीक पहले, नीपर नदी के ऊपर आसमान में एक आग का गोला दिखाई दिया था. यह कोई उल्का नहीं था, यह कोई ड्रोन नहीं था. इसके बाद जो विस्फोट हुआ, उसने दक्षिण-पूर्वी यूक्रेन में विशाल युज़माश रक्षा सुविधा को तहस-नहस कर दिया. हमले की फुटेज कुछ ही घंटों में वायरल हो गई, जिसे ओपन-सोर्स विश्लेषकों और खुफिया सेवाओं ने कहा कि ये कोई समान हथियार से किया गया हमला नहीं था. लेकिन जब तक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसकी पुष्टि नहीं की, तब तक दुनिया ने जो देखा उसका नाम नहीं किसी ने बताया.

बाद में पता चला कि ये हमला ओरेशनिक से किया गया था, ये एक नई तरह की रूसी बैलिस्टिक मिसाइल है. ये मिसाइल इतनी तबाही मचा सकती है कि इसकी तुलना परमाणु हथियारों से की जा रही है. अगर ऐसे हथियारों का दुनिया में चलन बढ़ा, तो परमाणु हथियार आउट ऑफ फैशन हो जाएंगे.

कितनी खतरनाक है ओरेशनिक?

ओरेशनिक मैक 10 से ज्यादा तेज रफ्तार से अपने लक्ष्य तक पहुंचने में सक्षम और ये 4 हजार डिग्री सेल्सियस के तापमान में भी टिके रह सकती है. ये सामरिक परमाणु हथियारों के बराबर विनाश कर सकती है. एक साल से भी कम समय में रूस ने ऐसे हथियारों का इस्तेमाल और इनका विस्तार करना शुरू किया है. 2025 के अंत तक बेलारूस में अग्रिम तैनाती की योजना की पुष्टि हो गई है. रूस का ऐसा करना बता रहा है कि वह युद्ध की रणनीति में बदलाव कर रहा है.

नीचे उतरने वक्त भी रहती गति तेज

पुतिन ने कहा है कि ओरेशनिक के वारहेड 4000C तक के तापमान को झेल सकते हैं. ऐसी गर्मी से बचने और टर्मिनल स्पीड पर स्थिर रहने के लिए, पेलोड को उन्नत मिश्रित सामग्रियों में लपेटा जाना चाहिए. यानी हाइपरसोनिक ग्लाइड वाहनों में उपयोग किए जाने वाले गर्मी प्रतिरोधी सिरेमिक और कार्बन सरचना का इसमें इस्तेमाल किया जाता है.

इसकी एक खासियत यह है कि यह उड़ान के आखिरी चरण के दौरान हाइपरसोनिक वेग बनाए रखने में कामयाब रहती है. जबकि आम बैलिस्टिक वारहेड नीचे उतरते समय धीमा हो जाते हैं, ओरेशनिक कथित तौर पर घने वायुमंडलीय परतों में भी मैक 10 और मैक 11 से तेज चलती है.

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