सोमवार को मल्लिकार्जुन खड़गे की जुबान फिसल गई। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मुरमा जी कह दिया और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को कोविड कह दिया। भाजपा इसे राष्ट्रपति और पूर्व राष्ट्रपति का अपमान करार दे रही है।
बिहार चुनाव से पहले राजनीति चरम पर है। भाजपा ने अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को दलित विरोधी, आदिवासी विरोधी करार दिया है, जबकि वह भी इसी समाज से आते हैं। दरअसल, हुआ ये कि मल्लिकार्जुन खड़गे सोमवार को छत्तीसगढ़ में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, जहां उनकी जुबान फिसल गई। खड़गे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मुरमा जी कह दिया।
हालांकि, गलती का अहसास होते ही उन्होंने उसी ठीक किया और मूर्मू कहा लेकिन कुछ सेकंड बाद उन्होंने फिर उसी तरह की गलती दोहरा दी। इस बार उन्होंने द्रोपदी मुर्मू के पूर्ववर्ती यानी पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को कोविड कह दिया। अब भाजपा खड़गे की इस गलती पर हमलावर है। कांग्रेस और खड़गे को भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने दलित विरोधी करार दिया है और कहा है कि उनकी भाषा उनकी इसी मानसिकता को उजागर कर रही है।
वीडियो वायरल भी हो रहा
भाजपा द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए गए खड़गे के भाषण के वीडियो में, उन्हें राष्ट्रपति मुर्मू का नाम “मुरमा जी” और उनके पूर्ववर्ती कोविंद का नाम “कोविड” कहते हुए सुना जा सकता है। यह वीडियो वायरल भी हो रहा है। रायपुर के साइंस ग्राउंड में बोलते हुए खड़गे ने कहा, “हर किसी को डराना उनकी आदत है। आप तभी बच पाएंगे जब आप डरेंगे नहीं। अगर हमें अपने जल, जंगल, ज़मीन की रक्षा करनी है तो आप सभी को उनके (भाजपा) खिलाफ़ लड़ाई में एकजुट होना होगा। भाजपा हमेशा (द्रौपदी) मुर्मू जी और (राम नाथ) कोविंद जी को देश का राष्ट्रपति बनाने की बात करती है, लेकिन क्या पार्टी ने यह सब “हमारी संपत्ति, जंगल, जल और ज़मीन छीनने” के लिए किया है।”
राष्ट्रपति का अपमान करने का आरोप
मल्लिकार्जुन खड़गे, छत्तीसगढ़ के जंगलों में बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई के मुद्दे पर बोल रहे थे, इस दौरान उनसे यह चूक हुई। उन्होंने बीजेपी और उसके ‘उद्योगपति मित्रों’ पर जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। दूसरी तरफ, खड़गे के बयान पर हमला बोलते हुए भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने राष्ट्रपति और पूर्व राष्ट्रपति के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि खड़गे का बयान कांग्रेस पार्टी की दलित विरोधी,आदिवासी विरोधी, महिला विरोधी और संविधान विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।
खड़गे को बताया- आदिवासी विरोधी, दलित विरोधी
भाटिया के वीडियो बयान के साथ भाजपा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया जिसमें कहा गया है, “कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी ने भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। ये कांग्रेस पार्टी की दलित विरोधी मानसिकता को दिखा रहा है। मल्लिकार्जुन खड़गे जी श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को मुर्मा जी बुलाते हैं और पूर्व राष्ट्रपति जी राम नाथ कोविंद जी को कोविड बुलाते हैं। खड़गे जी श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को भू-माफिया बताते हैं, कहते हैं, ये हमारी जमीन और जंगल छीनने के लिए राष्ट्रपति बनी हैं। राहुल गांधी के इशारे पर रिमोट कंट्रोल वाले अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी जो आदिवासी विरोधी, दलित विरोधी, महिला विरोधी और संविधान विरोधी बयान दे रहे हैं, उस पर पूरा देश थू-थू कर रहा है।”
खड़गे से माफी की मांग
भाटिया ने मांग की कि खड़गे राष्ट्रपति मुर्मू और कोविंद के खिलाफ “अप्रिय और अपमानजनक” टिप्पणी करने के लिए माफी मांगें। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रमुख ने न केवल दोनों नेताओं का अपमान किया, बल्कि अपनी टिप्पणी से आदिवासी और दलित समुदायों की भावनाओं को भी ठेस पहुंचाई। भाजपा नेता ने कांग्रेस से अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष की टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की भी मांग की और पार्टी के कार्यकर्ताओं से खड़गे को उनके पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने को कहा।
भाटिया ने कहा, “अगर कांग्रेस और मल्लिकार्जुन खड़गे माफी नहीं मांगते हैं, तो आप देखेंगे कि (देश का) हर नागरिक अपना गुस्सा जाहिर करेगा। यह गलती कांग्रेस को महंगी पड़ेगी।” उन्होंने खड़गे को कांग्रेस का “रिमोट-कंट्रोल” वाला राष्ट्रीय अध्यक्ष बताया और आरोप लगाया कि उन्होंने पार्टी सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के इशारे पर “आपत्तिजनक” टिप्पणी की।