SEBI की एक स्टडी में पता चला कि डेरिवेटिव मार्केट में 90% रिटेल ट्रेडर्स को नुकसान उठाना पड़ा। निवेशकों का कुल नुकसान 2025 में बढ़कर 1.05 लाख करोड़ रुपये हो गया। ऑप्शन ट्रेडिंग में रिटेल निवेशकों की भागीदारी को कम करने के लिए अन्य कदम भी उठाए जा सकते हैं।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE), Angel One, CDSL और 360 ONE WAM जैसी कंपनियों के शेयरों में मंगलवार, 8 जुलाई को 8% तक की गिरावट देखी गई। यह गिरावट CNBC-TV18 की एक खबर के बाद हुई, जिसमें बताया गया कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ऑप्शन ट्रेडिंग में लीवरेज को कैश पोजीशन से जोड़ने पर विचार कर सकता है।
SEBI की नई योजना क्या है?
सूत्रों के मुताबिक, SEBI ऑप्शन पोजीशन को कैश पोजीशन से एक फॉर्मूले के जरिए लिंक कर सकता है। इसके अलावा, ऑप्शन ट्रेडिंग में रिटेल निवेशकों की भागीदारी को कम करने के लिए अन्य कदम भी उठाए जा सकते हैं। SEBI स्टॉक लेंडिंग और बॉरोइंग मैकेनिज्म (SLBM) के जरिए कैश मार्केट में शॉर्ट सेलिंग को बढ़ावा देने पर भी विचार कर रहा है।
इसका बाजार पर क्या असर होगा?
अगर यह नियम लागू होता है, तो कैश मार्केट में लिक्विडिटी बढ़ सकती है, जबकि ऑप्शन मार्केट में कारोबार कम हो सकता है। इससे अत्यधिक सट्टेबाजी पर भी अंकुश लगेगा और छोटे निवेशकों को सुरक्षा मिलेगी।
रिटेल निवेशकों को भारी नुकसान
SEBI द्वारा सोमवार को जारी एक स्टडी में पता चला कि डेरिवेटिव मार्केट में 90% रिटेल ट्रेडर्स को नुकसान उठाना पड़ा। वित्तीय वर्ष 2024 में इन निवेशकों का कुल नुकसान 74,000 करोड़ रुपये था, जो 2025 में बढ़कर 1.05 लाख करोड़ रुपये हो गया।
शेयरों की कीमतों में गिरावट
इस खबर के बाद BSE के शेयर 8.6% गिरकर 2,409 रुपये पर पहुंच गए, जबकि Angel One के शेयर 6.3% टूटकर 2,621 रुपये पर आ गए। CDSL के शेयर 3% नीचे 1,726 रुपये पर और 360 ONE WAM के शेयर 4% की गिरावट के साथ 1,205.5 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं।