मौसम विभाग ने गंगीय पश्चिम बंगाल पर बने कम दबाव के असर से अगले 2 दिनों तक बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर संभाग के जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा जारी रहने की संभावना जताई है।
छत्तीसगढ़ में मॉनसून की मेहरबानी से प्रदेश के सभी हिस्सों शानदार झमाझम बारिश हो रही है। जिसके चलते पिछले 24 घंटों में बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हुई। इस दौरान बालोद, बिलासपुर, दुर्ग, जांजगीर-चांपा, कोरबा, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, रायपुर, राजनांदगांव और सक्ती जिले में बहुत भारी वर्षा हुई। सबसे ज्यादा पानी राजनांदगांव जिले के छुरिया में गिरा, जहां 107.9 मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई। बीते दिन प्रदेश में सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस अंबिकापुर में तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 19.2 डिग्री सेल्सियस राजनांदगांव में दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने गंगीय पश्चिम बंगाल पर बने कम दबाव के असर से अगले 2 दिनों तक बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर संभाग के जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा जारी रहने की संभावना जताई है।
मंगलवार 8 जुलाई के लिए मौसम विभाग ने राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, दुर्ग, बालोद, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, बलौदा बाजार, महासमुंद, गरियाबंद और धमतरी जिलों के लिए बारिश का ओरेंज अलर्ट जारी करते हुए बहुत भारी बरसात होने की संभावना जताई है। इस दौरान इन जिलों में आंधी-तूफान के साथ बिजली भी गिर सकती है। इसके अलावा कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, सरगुजा, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, कोरबा, रायगढ़, कबीरधाम, मुंगेली, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, कांकेर, कोंडागांव, बेमेतरा और रायपुर जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए इन जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है।
बुधवार 9 जुलाई के लिए मौसम विभाग ने कोरबा, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, मुंगेली, बलौदा-बाजार-भाटापारा, सक्ती और महासमुंद जिलों के लिए ओरेंज अलर्ट जारी करते हुए यहां बहुत भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है। इसके अलावा कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, सरगुजा, जशपुर, रायगढ़, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, कबीरधाम, बेमेतरा, रायपुर, राजनांदगांव, दुर्ग, बालोद, धमतरी और गरियाबंद जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, इस दौरान यहां भारी बारिश होने के साथ ही तेज हवाएं चलने और बिजली गिरने की संभावना है।
पिछले दिन कहां कितनी बारिश हुई
मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटों में मध्य छत्तीसगढ़ में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हुई। इस दौरान दुर्ग में 83 मिमी, राजनांदगांव में 75 मिमी, बिलासपुर में 65 मिमी, रायपुर में 55.4 मिमी, पेंड्रा में 29 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
सक्रिय मॉनसून की स्थिति के कारण
कम दबाव वाला क्षेत्र गंगीय पश्चिम बंगाल और उसके आसपास के इलाकों में मंगलवार सुबह तक बना हुआ था। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। अगले 2 दिनों के दौरान इसके झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ से होते हुए धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। औसत समुद्र तल पर मॉनसून की द्रोणिका अब भटिंडा, रोहतक, कानपुर, डाल्टनगंज, गंगीय पश्चिम बंगाल और उसके आसपास के इलाकों पर बने कम दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र से होकर पूर्व दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व तक जाती है और औसत समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर तक फैली हुई है। सोमवार की द्रोणिका अब उत्तर-पूर्व अरब सागर से होकर पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी क्षेत्र और उसके आसपास के क्षेत्रों से होते हुए दक्षिण गुजरात क्षेत्र, उत्तर मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, दक्षिण छत्तीसगढ़, दक्षिण ओडिशा तक औसत समुद्र तल से 4.5 किमी और 7.6 किमी ऊपर निम्न दबाव वाले क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण तक जा रही है।