पूरे इजराइल ईरान युद्ध में ईरान को अपने पड़ोसियों से कोई मदद नहीं मिली है. अब इस खबर ने दहला दिया है कि ईरान के साथ उसके पड़ोसी देश अजरबैजान ने गद्दारी की है. कैस्पियन सागर के किनारे गिलान और माज़ंदरान प्रांतों के निवासियों ने बताया कि इजराइली हमलों के दौरान उन्हें ड्रोन या लड़ाकू विमानों जैसी आवाजें सुनाई दीं थी. पूर्वी गिलान के एक निवासी ने तेहरान टाइम्स को बताया कि ऐसी आवाजें सुनने के कुछ ही समय बाद रश्त शहर में एक स्थान पर हमला किया गया.
ये दोनों प्रांत अजरबैजान के बहुत नजदीक हैं, जिसकी सीमा कैस्पियन सागर से भी लगती है. अर्दबील प्रांत के कुछ निवासियों, जिनकी सीमा कोकेशियान देश के साथ लगती है, ने भी दोनों देशों को अलग करने वाले पहाड़ों के पीछे से ड्रोन उड़ते हुए देखे जाने की सूचना दी है.
ये सभी दावे यहां रहने वाले आम नागरिकों ने किए हैं. ईरान की सशस्त्र सेनाओं और उसके राजनीतिक नेताओं ने अभी तक इन आरोपों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. जब ईरान के विदेश मंत्री से हमलों में अज़रबैजान की संलिप्तता की संभावना के बारे में पूछा गया, तब विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एस्माईल बाकेई ने कहा कि ईरान के सभी पड़ोसी देशों ने तेहरान को आश्वासन दिया है कि वे इजराइल को ईरान के खिलाफ अपने क्षेत्र का उपयोग करने की इजाजत नहीं देंगे.
ईरान कर रहा जांच
उन्होंने कहा, “इन सभी देशों ने दृढ़ता से कहा कि ऐसी घटनाएं नहीं हुई हैं और भविष्य में भी नहीं होंगी.” बाकेई ने यह भी संकेत दिया कि ईरान की सेना और खुफिया बल स्वतंत्र रूप से मामले की जांच कर रहे हैं.
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन और अज़री राष्ट्रपति की पिछले हफ्ते हुई फोन पर बातचीत के दौरान पेजेशकियन ने कहा कि वे उन रिपोर्टों से चिंतित हैं जिनमें कहा गया है कि कुछ ड्रोन और माइक्रो-एयरक्राफ्ट अजरबैजानी क्षेत्र से ईरानी हवाई क्षेत्र में एंट्री करने की बात है. इल्हाम अलीयेव ने रिपोर्टों को खारिज करते हुए जोर दिया कि उनकी सरकार अपने हवाई क्षेत्र पर पूरा नियंत्रण रखती है और इसे ईरान के खिलाफ इस्तेमाल करने की कभी अनुमति नहीं देगी.
अजरबैजान और इजराइल की दोस्ती
अजरबैजान और इजराइल के बीच गरहे संबंध हैं और दोनों के बीच ऊर्जा और सैन्य सहयोग है. बाकू इजराइल का एक प्रमुख तेल आपूर्तिकर्ता है, जो इसके कच्चे तेल के आयात का लगभग 40 फीसद करता है. इजराइल अजरबैजान का एक प्रमुख हथियार आपूर्तिकर्ता है, जो ड्रोन, मिसाइल सिस्टम और खुफिया तकनीक प्रदान करता है. इन रिपोर्टों के बारे में अजरबैजान की अखबारों में ज्यादा रिपोर्ट नहीं की गई है. लेकिन युद्ध के दौरान कुछ अजेरी रिपोर्टों में ईरान और खामेनेई विरोधी लेख छपे हैं.