अमेरिका के हर 5 प्रवासी डॉक्टर्स में से एक भारतीय है.
भारतीय डॉक्टर्स दुनियाभर में ज्यादातर बड़े देशों का झंडे गाड़ रहे हैं. भारत की गिनती उन टॉप देशों में की जाती है जो दुनिया को डॉक्टर और नर्स जैसे हेल्थ प्रोफेशनल्स दे रहा है. अमेरिकी कंपनी Remilty की रिपोर्ट इस पर मुहर लगाती है. कंपनी की इमिग्रेंट हेल्थकेयर इंडेक्स कहती है, दुनिभर में सबसे ज्यादा भारतीय डॉक्टर अमेरिका में हैं. अमेरिका में हर पांच में से एक अप्रवासी डॉक्टर भारतीय है. अमेरिका में इनकी संख्या बढ़कर 59,000 पहुंच गई है.
भारत में महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय की जयंती और पुण्यतिथि के मौके पर हर साल 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है. इस मौके पर जानिए कैसे भारतीय डॉक्टर दुनियाभर में भारत का नाम रोशन कर रहे हैं.
सबसे ज्यादा भारतीय डॉक्टरों वाला देश
अमेरिका वो देश है जहां सबसे ज्यादा भारतीय डॉक्टर रहते हैं. Remilty की रिपोर्ट कहती है, अमेरिका में 9.9 लाख डॉक्टर हैं, इनमें से 26 फीसदी यानी 2.6 लाख प्रवासी हैं. प्रवासी डॉक्टरों की लिस्ट में करीब 59 हजार भारतीय डॉक्टर हैं. यही वजह है कि अमेरिका के प्रवासी डॉक्टरों में हर 5 में से एक डॉक्टर भारतीय है. वहीं, 16 हजार प्रवासी डॉक्टर चीन से ताल्लुक रखते हैं. आंकड़े साबित करते हैं भारतीय डॉक्टर का रुतबा कितना है. न्यू जर्सी, न्यूयॉर्क और फ्लोरिडा में लगभग 13,000 अप्रवासी डॉक्टर पाकिस्तानी मूल के हैं.
ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ एजेंसी की रिपोर्ट कहती है, ब्रिटेन में 30 हजार भारतीय डॉक्टर रजिस्टर्ड हैं. अमेरिका के बाद दूसरे पायदान पर ब्रिटेन है.विदेश से ट्रेनिंग लेकर ब्रिटेन में बसने वाले डॉक्टरों में सबसे बड़ा समूह भारतीयों का है. ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ एजेंसी में हर 12 में से एक डॉक्टर भारतीय है. अमेरिका और ब्रिटेन के बाद भारतीय डॉक्टरों की सबसे ज्यादा संख्या संयुक्त अरब अमीरात के निजी अस्पतालों में हैं. ऑस्ट्रेलिया बड़ी संख्या में भारतीय मूल के डॉक्टर जनरल प्रैक्टिशनर्स और विशेषज्ञ के तौर पर काम कर रहे हैं. इसके अलावा कनाडा, सिंगापुर, मलेशिया, कुवैत, सऊदी अरब और कतर में भी भारतीय डॉक्टरों की अच्छी संख्या है.
कितनी भारतीय नर्सें?
रिपोर्ट कहती है, 34.1 लाख रजिस्टर्ड नर्सों में से 5.4 लाख (16 प्रतिशत) अप्रवासी हैं. अमेरिका में कार्यरत लगभग 1.4 लाख नर्सें फिलीपींस से हैं. वहीं, भारतीय नर्सों का आंकड़ा 32,000 है. अमेरिका में कुल 2.7 करोड़ हेल्थ प्रोफेशनल्स में में भारतीयों की संख्या लगभग 1.8 लाख (7 प्रतिशत) है.
ब्रिटेन, जर्मनी, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त अरब अमीरात सहित कई देशों में भारतीय नर्सों की बहुत मांग है. न्यूजीलैंड, आयरलैंड और कुछ खाड़ी देशों भारतीय नर्सों की भर्ती को प्राथमिकता देते हैं.
विदेश में भारतीय डॉक्टर्स का रुतबा कैसे बढ़ रहा?
विदेश में भारतीय डॉक्टर्स के बढ़ते रुतबे के पीछे कई कारण हैं. पहली वजह योग्य डॉक्टर्स की जरूरतें. अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और मिडिल समेत कई देशों में बेहतर हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स की मांग है. भारतीय उन मांग पर खरा उतर रहे हैं. भारतीयों की एनआरआई बनने की इच्छा, परिवार का विदेश से कनेक्शन भी एक वजह है. इसके अलावा विदेश में पहले शिक्षा हासिल करना और फिर वहां प्रैक्टिस करने का चलन विदेशों में भारतीय डॉक्टर्स की संख्या में इजाफा कर रहा है. स्वास्थ्य, सुरक्षा और अधिक सुविधानजक लाइफस्टाइल उन्हें विदेश की ओर आकर्षित कर रही है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विदेश में उनकी मौजूदगी से इंटरनेशनल एक्सपोजर मिल रहा है और वैश्विक मान्यता के साथ सम्मान में इजाफा हो रहा है.
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