चांडिल. नीमडीह प्रखंड की चिगड़ा-पारकीडीह पंचायत के पारकीडीह में हूल दिवस पर स्वतंत्रता सेनानी सिदो-कान्हो की मूर्ति का अनावरण ईचागढ़ की विधायक सविता महतो व एसडीओ विकास राय ने संयुक्त रूप से किया. विधायक सविता महतो ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी सिदो-कान्हो जैसे महापुरुष आंदोलन के प्रेरणास्रोत हैं. स्वतंत्रता सेनानी शहीद सिदो कान्हो के मार्गदर्शन पर हम सबको चलने की जरूरी है. नीमडीह प्रखंड अध्यक्ष सचिन गोप ने कहा कि अंग्रेजों की दमन नीति के खिलाफ सिदो-कान्हू करो या मरो, अंग्रेज माटी छोड़ो का आंदोलन को चला रहे थे. अंग्रेज ने दोनों भाइयों को सरेआम फांसी दे दी. मौके पर सुकु हांसदा, फूलमनी हांसदा, तिलेश्वर रविदास, काबलू महतो, सचिन गोप, अनिल माझी, हरिचरण महतो, मंगल माझी, टिंकू राम महतो, जमशेद माझी, शिक्षित माझी, कृष्णा हांसदा, कार्तिक हांसदा आदि उपस्थित थे.
ईचागढ़ में महानायकों के संघर्ष को याद किया गया
चौका. ईचागढ़ प्रखंड के गौरांगकोचा स्थित ब्लॉक मोड़ पर हूल दिवस पर स्वतंत्रता सेनानियों सिदो-कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झानो मुर्मू को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. वक्ताओं ने हूल क्रांति के महानायकों के संघर्ष और बलिदान को याद किया और उनके पदचिह्नों पर चलने का संकल्प लिया. मौके पर गुरुपद मार्डी, सुखराम हेंब्रम, गणेश बेसरा, गणेश टुडू, धनेश्वर मुर्मू, रोड़े बेसरा, बुद्धेश्वर किस्कू, मधु हेंब्रम, श्यामचंद किस्कू, खोकन बेसरा, अभीराम मुर्मू, देबेन बेसरा, गोबिन बेसरा, किशना बेसरा आदि उपस्थित थे.
चांडिल में हूल दिवस पर आदिवासी युवा मंच का गठन
चांडिल. चांडिल डैम रिसोर्ट गांगूडीह में सोमवार को हूल दिवस पर आदिवासी समाज के युवाओं एवं बुद्धिजीवियों की बैठक कुरली गांव के आतु माझी बाबा संजीव टुडू की अध्यक्षता में हुई. बैठक में निर्णय लिया गया कि वर्तमान व भविष्य में आदिवासियों की समस्याओं के समाधान को लेकर आदिवासी युवा मंच का गठन किया गया. मंच का उद्देश्य आदिवासी समाज की पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था को मजबूत करना, आदिवासियों की संवैधानिक हक अधिकार को समाज में प्रचार-प्रसार करना है. बैठक के शहीद सिदो-कान्हू, चौका में फूलो- झानो व गौरांगकोचा में सिदो-कान्हू की मूर्ति पर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. इस अवसर पर ईचागढ़ के जिप सदस्य ज्योति लाल मांझी, सुधीर किस्कू, भदरू सिंह सरदार, सुरेंद्र सिंह सरदार, लक्ष्मण सिंह सरदार, रिझू हेंब्रम, बृहस्पति हांसदा, गूलाप मार्डी, संजीत मूर्मू, रामनाथ मूर्मू, जगदीश सिंह सरदार आदि उपस्थित थे.
राजनगर: सिदो-कान्हू की लड़ाई से मिला आदिवासियों को अधिकारों का कवच
राजनगर. राजनगर बाजार स्थित सिदो-कान्हू चौक में झामुमो प्रखंड कमेटी की ओर से हूल दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. कमेटी पदाधिकारी व सदस्यों ने सिदो-कान्हू की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उनकी बलिदान की गाथा को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी. झामुमो केंद्रीय सदस्य बिशु हेम्ब्रम ने कहा कि सिदो-कान्हू ने अंग्रेजी शासन और महाजन प्रथा के खिलाफ जो क्रांति की, उसका प्रभाव आज भी जीवित है. उनकी लड़ाई से ही हमें सीएनटी एक्ट जैसे सुरक्षा कवच मिला, जो आदिवासियों की पहचान और अधिकारों का संरक्षक है. आज हमें उनके पदचिह्नों पर चलने की जरूरत है. इस अवसर पर मसिंह हेम्ब्रम, भक्तू मार्डी, सुपाई जारिका, दिलीप कुमार महतो, बादल टुडू, संजय हांसदा आदि उपस्थित थे.
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