36 साल बाद ईरान से फिर एक ऐसा फतवा जारी हुआ है जिससे अमेरिका के राष्ट्रपति और इजराइल के प्रधानमंत्री पर 24 घंटे खतरा मंडराने लगा है. अब से पहले ये फतवा लेखक सलमान रश्दी के खिलाफ जारी हुआ था. ईरान के सबसे बड़े मुफ्ती ने दोनों नेताओं को मुआरिबह यानी अल्लाह का दुश्मन घोषित कर दिया है और इसकी सजा मौत है.
ईरान का ये फतवा ट्रंप और नेतन्याहू पर आजीवन तलवार की तरह लटका रहेगा. ईरान ने कहा है कि यूएस और इजरायल इस्लाम के दुश्मन हैं और दुनिया भर के मुसलमान एकजुट हो जाएं. इस फतवे से ईरान ने एकसाथ इससे कई हित साधने की रणनीति बनाई है. ये फतवा अरब के शक्ति समीकरण बदल सकता है.
युद्ध को धर्म युद्ध में बदला
ईरान का टारगेट अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू हैं. ईरान ने ऐसा काम किया है जिससे दोनों पर आजीवन खतरा मंडराता रहेगा. इस रणनीति के रचनाकार ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई हैं.
12 दिन के युद्ध में ईरान को अपने परमाणु संयंत्र, अपने कई कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक गंवाने पड़े. ईरान के 600 से ज्यादा नागरिक मारे गए, कई शहरों में इजराइली मिसाइलों से नुकसान हुआ और सबसे बड़ा खतरा ये कि ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई इजराइल के निशाने पर थे. ईरान ने अमेरिका और इजराइल पर बड़े पलटवार भी किए, लेकिन अब एक ऐसा वार किया है जो ट्रंप और नेतन्याहू के लिए आजीवन खतरा बना रहेगा. ईरान के ग्रैंड अयातुल्लाह नासिर मकारिम शिराजी, ये ईरान के सबसे बड़े मुफ्ती हैं. इन्होंने ट्रंप और नेतन्याहू पर फतवा जारी करके दोनों को मुआरिबह घोषित कर दिया है.
क्या है मुआरिबह?
मुआरिबह का मतलब अल्लाह के खिलाफ जंग छेड़ने वाला होता है. मुआरिबह का मतलब अल्लाह का दुश्मन होता है. जिसे मुआरिबह घोषित किया जाता है उसकी सजा मौत होती है. ट्रंप और नेतन्याहू पर ईरान के सबसे बड़े मुफ्ती ने फतवा जारी करते हुए ये ऐलान किया है.
ईरान के फतवे में क्या?
शिराजी ने फतवे में लिखा है कि इस्लामिक तंत्र के अहम धार्मिक, राजनीतिक अधिकारी को धमकी देना हराम और मजहब के खिलाफ है. ये सबसे बड़ा पाप यानी मुआरिबह है. दुनिया भर के मुसलमान अल्लाह के खिलाफ जंग छेड़ने वालों के खिलाफ एकजुट हो जाएं. इस्लामिक देशों का US, इजराइल को समर्थन हराम है.