Jharkhand News: झारखंड में रहने वाले किडनी रोगियों के लिए खुशखबरी है. अब प्रखंड स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी किडनी के गंभीर मरीजों को हेमोडायलिसिस की सुविधा दी जायेगी. यह कम किडनी फंक्शन वाले रोगियों के लिए राहत की बात है. इस संबंध में अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने डायलिसिस सेल के नोडल पदाधिकारी को पत्र लिखा है. पत्र में इसे अमल में लाने के निर्देश दिये हैं.
सिविल सर्जन करेंगे अस्पतालों की पहचान
इसके बाद सभी सिविल सर्जन इस कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए ऐसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की पहचान करेंगे, जहां इसकी सर्वाधिक जरूरत है. इसे लेकर सीएस को अपने-अपने जिले के सीएचसी, एसडीएच के साथ ही सभी रेफरल अस्पतालों की सूची उपलब्ध कराने को कहा गया है.
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हेमोडायलिसिस क्या है
मालूम हो कि हेमोडायलिसिस मशीन आपके ब्लड को छानकर अपशिष्ट और अतिरिक्त तरल पदार्थ को हटाती है. फिर आपके ब्ल्ड को आपके बॉडी में वापस भेजती है. छोटे अस्पतालों में जहां हेमोडायलिसिस की सुविधा दी जानी है, वहां डायलिसिस मशीन के लिए कमरा, आरओ प्लांट लगाने के लिए पर्याप्त जगह, डीजी पावर बैकअप और उस स्थान से इंटेसिव केयर यूनिट (आईसीयू) की दूरी न्यूनतम 20 से 50 किलोमीटर के अंदर होना सुनिश्चित करने को कहा गया है.
क्या होगा फायदा
वहीं, सेंटर में प्रशिक्षित नर्स और टेक्नीशियन मरीजों की देखभाल करेंगे. उन्हें आवश्यक दवा और उपचार देंगे और उनके स्वास्थ्य की निगरानी करेंगे. आपको बता दें कि हेमोडायलिसिस सेंटर स्थापित होने से किडनी खराब होने वाले मरीजों के लिए ब्लड को साफ करने का एक महत्वपूर्ण तरीका उपलब्ध हो जायेगा. यह सेंटर मरीजों को उचित देखभाल और उपचार की व्यवस्था उपलब्ध करायेगा.
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इन जिलों में बहाल होगी सुविधा
जिला | गांव |
कोडरमा | चंदवारा, सतगावां, जयनगर |
सरायकेला | गम्हरिया, नीमडीह, राजनगर, चांडिल |
गुमला | रायडीह, पालकोट, कामडारा, भरनो, बिशनपुर |
गिरिडीह | खोरी महुआ, राजधनवार, रेफरल अस्पताल डुमरी |
सिमडेगा | ठेठाईटांगर, जलडेगा, बानो, बोलवा, कोलेबीरा, कुरडेग |
दुमका | काठीकुंड, जरमुंडी |
देवघर | सारठ, सरवा, मोहनपुर, जसीडीह, मधुपुर |
बोकारो | चास, बेरमो, तेनुघाट, पेटरवार, चंदनकियारी, गोमिया, नवाडीह, कसमार |
गोड्डा | महागामा |
पश्चिम सिंहभूम | मनोहरपुर, चक्रधरपुर, जगन्नाथपुर |
लोहरदगा | फूडू, भंडरा, स्नेहा, किसको |
जामताड़ा | नाला, नारायणपुर |
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