Top 10 Indian Brands: टाटा ग्रुप की ब्रांड वैल्यू 10% की बढ़ोतरी के साथ 31.6 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। यह लगातार भारत का सबसे मूल्यवान ब्रांड बना हुआ है। टाटा ग्रुप का सस्टेनेबिलिटी परसेप्शन वैल्यू (SPV) 4.3 अरब डॉलर है, जो भारतीय ब्रांड्स में सर्वोच्च है।
Top 10 Indian Brands: ब्रांड फाइनेंस की ताजा रिपोर्ट “इंडिया 100” के मुताबिक, भारत के टॉप-100 ब्रांड्स का कुल मूल्य अब 236.5 अरब डॉलर (करीब ₹19.7 लाख करोड़) पहुंच गया है। सरकारी खर्च, घरेलू मांग और सार्वजनिक-निजी भागीदारी से भारत की अर्थव्यवस्था साल 2025-26 में 6 से 7% बढ़ने का अनुमान है। इस मजबूत आधार पर भारतीय ब्रांड वैश्विक उथल-पुथल के बीच भी नए मौकों का फायदा उठा रहे हैं।
टाटा ग्रुप बना पहला 30 बिलियन डॉलर ब्रांड
टाटा ग्रुप की ब्रांड वैल्यू 10% की बढ़ोतरी के साथ 31.6 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। यह लगातार भारत का सबसे मूल्यवान ब्रांड बना हुआ है। यह पहला भारतीय ब्रांड है, जिसने 30 अरब डॉलर की सीमा पार की। इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक वाहनों, सेमीकंडक्टर, AI और रिन्यूएबल एनर्जी में निवेश ने इसकी ताकत बढ़ाई है।
टॉप-10 में दिखी जबरदस्त तेजी
भारत के टॉप-10 ब्रांड्स के मूल्य में सामूहिक रूप से डबल-डिजिट की बढ़ोतरी हुई है।
इंफोसिस (दूसरा स्थान, मूल्य: 16.3 अरब डॉलर, 15% वृद्धि) आईटी सेक्टर में अगुआ है।
एचडीएफसी ग्रुप (तीसरा स्थान, मूल्य: 14.2 अरब डॉलर, 37% छलांग) एचडीएफसी लिमिटेड के विलय के बाद वित्तीय दिग्गज बना।
एलआईसी (चौथा स्थान, मूल्य: 13.6 अरब डॉलर, 35% उछाल) ने शानदार प्रदर्शन किया।
एचसीएल टेक ( 8वां स्थान, मूल्य: 8.9 अरब डॉलर, 17% बढ़त) ने रैंकिंग सुधरी।
एलएंडटी ग्रुप (9वां स्थान, मूल्य: 7.4 अरब डॉलर) हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग और रिन्यूएबल एनर्जी पर ध्यान दे रहा है।
महिंद्रा ग्रुप 10वां स्थान, मूल्य: 7.2 अरब डॉलर, 9% वृद्धि) टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग इनोवेशन से आगे बढ़ा।
सबसे तेज बढ़ने वाला अडानी ग्रुप
अडानी ग्रुप ने इस साल 82% की अभूतपूर्व बढ़ोतरी के साथ सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाला ब्रांड होने का खिताब जीता। इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान, ग्रीन एनर्जी के प्रति प्रतिबद्धता और ब्रांड इक्विटी में वृद्धि इसकी मुख्य वजहें हैं।
भारत के सबसे मजबूत ब्रांड्स
ताज होटल्स लगातार चौथे साल भारत का “सबसे मज़बूत ब्रांड” (ब्रांड स्ट्रेंथ इंडेक्स: 92.2/100, AAA+ रेटिंग) बना। अंतर्राष्ट्रीय विस्तार और प्रीमियम सेवाओं ने इसे बुलंदी पर पहुंचाया।
एशियन पेंट्स (दूसरा स्थान, 92/100 स्कोर, AAA+) विश्व की सबसे मजबूत पेंट्स ब्रांड भी है।
अमूल (तीसरा स्थान, 91.2/100 स्कोर, AAA+) ने अपनी विश्वसनीयता कायम रखी।
टिकाऊपन में भी अव्वल टाटा
टाटा ग्रुप का सस्टेनेबिलिटी परसेप्शन वैल्यू (SPV) 4.3 अरब डॉलर है, जो भारतीय ब्रांड्स में सर्वोच्च है। इंफोसिस ने सबसे अधिक पॉजिटिव सस्टेनेबिलिटी गैप वैल्यू (115 मिलियन डॉलर) हासिल किया, यानी यह ब्रांड पर्यावरण प्रयासों में जनता की उम्मीदों से भी आगे है।
नए खिलाड़ी और उभरते सितारे
अदित्य बिरला ग्रुप का नया पेंट्स ब्रांड “बिरला ओपस” बाजार में हलचल मचा रहा है।
जोमैटो (मूल्य: 1 अरब डॉलर) पहली बार रैंकिंग में 39वें स्थान पर शामिल हुआ।
पर्सिस्टेंट सिस्टम्स (48वां स्थान, मूल्य: 811 मिलियन डॉलर, 33% बढ़त) आईटी सेक्टर में सबसे तेजी से बढ़ा।
एचएमईएल (49वां स्थान, मूल्य: 656 मिलियन डॉलर) ने “नेक्स्ट-जनरेशन एनर्जी ब्रांड” के तौर पर पहचान बनाई।
महज 7 साल पुरानी कंपनी जेटवर्क इंजीनियरिंग सेक्टर में दूसरे स्थान पर पहुंची और भारत को वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स हब बनाने में जुटी है।