पुतिन, ट्रंप और जेलेंस्की.
रूस ने एक बार यूक्रेन पर अपने हवाई हमलों की बारिश की है. रूस ने यूक्रेन के खिलाफ शुक्रवार रात अपना सबसे बड़ा हवाई हमला किया, जिसके बाद शांति वार्ता की उम्मीद एक बार फिर टूटती नजर आ रही हैं. यूक्रेन की वायुसेना ने कहा कि रूस ने यूक्रेन पर कुल 537 हवाई हथियार दागे, जिनमें 477 ड्रोन और नकली हथियार और 60 मिसाइलें शामिल थी. इनमें से 249 को मार गिराया गया और 226 खो गए, संभवतः इलेक्ट्रॉनिक रूप से जाम हो गए थे.
यूक्रेन की वायु सेना के संचार प्रमुख यूरी इहनात ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि यह हमला फरवरी 2022 में रूस के आक्रमण की शुरुआत के बाद से देश पर ‘सबसे बड़ा हवाई हमला’ था, जिसमें ड्रोन और विभिन्न प्रकार की मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया.
Another massive Russian air attack hit Ukraine overnight. 477 drones and 60 missiles targeted cities and critical infrastructure.
Ukrainian F-16 pilot Maksym Ustymenko was killed while protecting the skies. He had destroyed seven enemy targets that day. His loss is a reminder pic.twitter.com/ioq7fuijtg
— MFA of Ukraine 🇺🇦 (@MFA_Ukraine) June 29, 2025
इस हमले में पश्चिमी यूक्रेन सहित कई क्षेत्रों को निशाना बनाया गया, जो रूसी बॉर्डर से काफी दूर हैं. साथ ही रूसी ठिकानों का निशाना बनाते हुए अमेरिका से मिले F-16 भी क्षतिग्रस्त हो गया है.
अमेरिकी F-16 क्षतिग्रस्त
यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि उसके पश्चिमी अलाइंस की ओर से दिए गए उसके F-16 फाइटर जेट में से एक हवाई लक्ष्यों को मार गिराते समय क्षतिग्रस्त होने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया और पायलट की मौत हो गई.
रूस बढ़ा रहा अपना कब्जा
इस बीच रूस ने रविवार को दावा किया कि उसने आंशिक रूप से रूसी कब्जे वाले डोनेट्स्क क्षेत्र में नोवोक्रेंका गांव पर नियंत्रण कर लिया है. रूसी सेना करीब एक हजार किलोमीटर सीमा से धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है, हालांकि सैनिकों की हताहतों और क्षतिग्रस्त कवच को भारी नुकसान हो रहा है.
यह ताजा हमला रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की शुक्रवार की टिप्पणी के बाद हुआ है जिसमें उन्होंने कहा था कि मास्को इस्तांबुल में प्रत्यक्ष शांति वार्ता के नए दौर के लिए तैयार है.
शांति की टूट रही उम्मीद
हालांकि, युद्ध के खत्म होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं क्योंकि अमेरिका के नेतृत्व वाले अंतरराष्ट्रीय शांति प्रयासों से अब तक कोई सफलता नहीं मिली है. इस्तांबुल में रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडलों के बीच हाल ही में हुई दो दौर की वार्ता संक्षिप्त रही और किसी समझौते पर पहुंचने में नाकामयाब हुई.