एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने एक नियामक फाइलिंग में कहा कि प्रोजेक्ट दो स्थानों पर विकसित की जाएगी। यह प्रोजेक्ट राजस्थान के बीकानेर में 300 मेगावाट और गुजरात के भुज में 150 मेगावाट का है।
NLC India Ltd deal detail: सरकारी कंपनी एनएलसी इंडिया लिमिटेड को एक बड़ा ऑर्डर मिला है। कंपनी ने बताया कि उसे 450 मेगावाट की इंटरस्टेट ट्रांसमिशन सिस्टम (ISTS) से जुड़ी विंड-सोलर हाइब्रिड पावर प्रोजेक्ट विकसित करने के लिए एनटीपीसी लिमिटेड से लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) प्राप्त हुआ है। इस कॉन्ट्रैक्ट में एनएलसी अब एनटीपीसी को बिजली खरीद समझौते (पीपीए) के तहत 25 साल के लिए हाइब्रिड बिजली की आपूर्ति करेगा।
क्या कहा कंपनी ने?
एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने एक नियामक फाइलिंग में कहा कि प्रोजेक्ट दो स्थानों पर विकसित की जाएगी। यह प्रोजेक्ट राजस्थान के बीकानेर में 300 मेगावाट और गुजरात के भुज में 150 मेगावाट का है। एनएलसी ने कहा कि हाइब्रिड बिजली आपूर्ति पीपीए की प्रभावी तिथि से 24 महीने के भीतर शुरू होने की उम्मीद है। कंपनी ने कहा कि यह ऑर्डर संबंधित-पक्ष ट्रांजैक्शन के अंतर्गत नहीं आता है, और न ही एनएलसी के प्रमोटर समूह और न ही एनटीपीसी के पास कोई क्रॉस-होल्डिंग हित है।
बता दें कि एनएलसी इंडिया कोयला मंत्रालय के तहत एक नवरत्न पीएसयू है। वहीं, इसके शेयर की बात करें तो 228 रुपये के स्तर पर है। अब सोमवार को शेयर की ट्रेडिंग पर निवेशकों की नजर रहेगी।
बैटरी एनर्जी स्टोरेज का प्रोजेक्ट
हाल में एनएलसी इंडिया लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक- एनएलसी इंडिया रिन्यूएबल्स लिमिटेड को तमिलनाडु ग्रीन एनर्जी कॉरपोरेशन लिमिटेड (टीएनजीईसीएल) से एक बड़ा प्रोजेक्ट मिला है। यह प्रोजेक्ट 500 मेगावाट बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस) का है। एनएलसी इंडिया पहला केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (सीपीएसयू) था, जिसने अंडमान में 8 मेगावाट बीईएसएस चालू की, जिसे 20 मेगावाट सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट के साथ एकीकृत किया गया।