होम नॉलेज कैसे एक चप्पू ने बदली किस्मत, पानी पर बस गया वेनिस शहर? जहां अमेजन फाउंडर बेजोस ने रचाई शादी

कैसे एक चप्पू ने बदली किस्मत, पानी पर बस गया वेनिस शहर? जहां अमेजन फाउंडर बेजोस ने रचाई शादी

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इटली के वेनिस में अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस और उनकी मंगेतर लॉरेन सांचेज ने शादी रचाई है.

अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस और उनकी मंगेतर लॉरेन सांचेज ने इटली के खूबसूरत शहर वेनिस में भव्य अंदाज में शादी रचा ली है. यह शादी भव्यता और आलीशान जीवनशैली की एक मिसाल बन गई. वेनिस में ग्रैंड कैनाल के किनारे स्थित अमन वेनिस होटल (Aman Venice Hotel) इस शादी का प्रमुख आकर्षण रहा, जिसके रॉयल स्वीट्स का एक रात का किराया ही 8.5 लाख रुपए है. अमन वेनिस की छत से पुराने शहर और ग्रैंड कैनाल का भव्य दृश्य साफ-साफ नजर आता है और इसकी सजावट में 16वीं शताब्दी की भव्यता देखने को मिलती है. आइए जान लेते हैं कि इटली का यह शहर वेडिंग डेस्टिनेशन क्यों बना? क्या है इसका इतिहास और रोचक बातें?

इटली के उत्तर पूर्व में बसा वेनिस एक मध्यकालीन शहर है. खाड़ी के पानी के बीच बसे इस शहर के अनूठेपन का आकर्षण ऐसा है कि यहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं. एड्रियाटिक सागर के पास बसा यह शहर देखने में ऐसा लगता है कि पानी में तैर रहा है.

इतना पुराना है वेनिस का इतिहास

इसका इतिहास 402 एडी से शुरू होता है, जब बर्बर आक्रमणों से आजिज आकर वेनेती (Veneti) समुदाय के लोगों ने वेनिस के द्वीपों पर शरण ली थी. 421 ईस्वी में इन्हीं लोगों ने एक स्वाधीन लोकतंत्र की स्थापना की, जो साल 1797 तक स्वाधीन ही रहा, जब तक नेपोलियन बोनापार्ट ने इस पर कब्जा नहीं कर लिया. 118 द्वीपों तक फैला यह शहर एड्रियाटिक सागर के किनारे, क्रोएशिया, मोंटेनेग्रो, अल्बानिया और ग्रीस के बीच फैला है.

Jeff Bezos And Lauren

जेफ बेजोस और लॉरेन सांचेज की शादी में 400 करोड़ रुपए खर्च होने की बात कही गई है.

चमत्कारिक शहर है वेनिस

इटली का यह शहर वास्तव में किसी ऐतिहासिक चमत्कार से कम नहीं है. किसी सामान्य शहर की तरह इस शहर में सड़कों का कोई अस्तित्व नहीं है. हजारों साल पहले पानी के ऊपर बसाए गए इस शहर में आवागमन का साधन पानी ही है. यहां सड़कों का तो नामोनिशान गायब है ही, ठोस जमीन भी नहीं है और न ही पीने के लिए साफ पानी. इसके बावजूद वेनिस के लोगों ने यहां बसेरा बनाया और यूरोप के सबसे शक्तिशाली और अमीर शहरों में से एक बना दिया. आक्रमणों से प्रभावित होकर जब वेनिस के आसपास के लोग सुरक्षा के लिहाज से समुद्र के किनारे इन छोटे-छोटे द्वीपों पर पहुंचे तो ये द्दलदली और नरम द्वीप रहने लायक बिल्कुल नहीं थे.

ऐसे तैयार की गई शहर की नींव

यह उसी समय की बात है. किसी व्यक्ति ने गलती से अपना चप्पू जमीन में गाड़ा तो पाया कि वह नीचे जाने के बाद ठोस हो गया. बस यही वेनिस का आधार बन गया. इस बात का पता चलने के बाद कि पानी के नीचे लकड़ी गाड़ने पर मजबूत हो जाती है, क्रोएशिया के जंगलों से मजबूत पेड़ों के मोटे-मोटे तने लाए गए. उनको जमीन में गाड़ा गया. करीब पांच मीटर तक गहरे दलदली जमीन में पेड़ों के तनों को एक-दूसरे के करीब गाड़ा गया. फिर उन पर लकड़ी के ही तख्त बिछाए गए. उन पर पत्थरों के बड़े-बड़े टुकड़े रखे गए. इस तरह से शहर की नींव पानी के ऊपर स्थिर की गई.

Venice Lake

इमारतों और पुलों का निर्माण

शहर की नींव बनने के बाद उन पर इमारतें बनाई गईं. इनकी अधिकतम ऊंचाई तीन मंजिल तक थी, जिससे वजन कम रहे. यहां इमारतों की दीवारों को ईंटों से बनाया गया और ईंटों को जोड़ने के लिए विशेष तरह का गारा लगाया गया, जिससे दीवारें मजबूत तो हों ही, लचीली भी बनी रहें. इमारतों के अंदर की फर्श और भीतरी दीवारों को लकड़ी के तख्तों से बनाया गया. इनको लोहे की छड़ लगाकर मजबूती दी गई. वेनिस में लोग जब स्थायी रूप से रहने लगे तो इसके द्वीपों तक आवागमन के लिए पुलों की जरूरत महसूस हुई. इसके लिए पत्थर का पहला पुल सबसे पहला रियाल्टो में बना.

बताया जाता है कि इसको बनाने के लिए लकड़ी के 12 हजार तने गाड़े गए. उन पर 10 हजार टन वजन के पत्थरों का आर्च (arch) बनाया गया. बनने के बाद यह पुल इतना मजबूत साबित हुआ कि इसी तकनीक का इस्तेमाल कर वेनिस के सभी द्वीपों पर पुल बनाकर एक-दूसरे से जोड़ दिया गया.

Italy Venice History

पानी पर बसे शहर में पीने के पानी की किल्लत

समुद्र के खारे पानी पर बसे इस शहर में कभी पीने के पानी की किल्लत थी. शुरू में पीने के लिए पानी मुख्य भूमि से ड्रमों में भरकर लाया जाता रहा. आबादी बढ़ने पर बारिश के पानी को जमा करने के लिए कुछ खास द्वीपों पर गहरे-गहरे गड्ढे खोदकर उनकी दीवारों को वाटरप्रूफ बना दिया गया. इन गड्ढों के भीतर कुएं बनाकर उनके चारों ओर पत्थर और रेत भरा गया. इस तकनीक से बारिश का पानी फिल्टर होकर गड्ढों में जमा होता है.

विश्व विरासतों की सूची में शामिल

वेनिस में यातायात के लिए सड़क पर चलने वाली गाड़ियां नहीं मिलतीं. यहां आवागमन के लिए नहरों का इस्तेमाल होता है. यह दुनिया का एकमात्र शहर है, जहां जलमार्ग और पैदल आवागमन का रास्ता अलग-अलग हैं. नहरों के जरिए आवागमन के लिए गंडोला नावों का इस्तेमाल किया जाता है. ग्रैंड कैनाल यहां का मुख्य जलमार्ग है, जहां से इस शहर की ऐतिहासिक इमारतें और पुल दिखाई देते हैं. जैसे-जैसे इस शहर की खूबसूरती से लोग परिचित होते गए, लोग इसे देखने के लिए पहुंचने लगे. अब यहां सालाना लाखों पर्यटक तो आते ही हैं, अपनी खूबसूरती और अनोखेपन के कारण धनवानों के लिए यह शाही शादी करने का प्रमुख स्थल भी बन चुका है. वेनिस को यूनेस्को की विश्व विरासतों की सूची में भी स्थान मिल चुका है.

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