अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई.
ईरान और अमेरिका के बीच तल्खी अब जुबानी जंग तक पहुंच चुकी है. इस बार निशाने पर है अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का वो निकनेम, जो उन्होंने खुद नहीं, बल्कि दूसरों से पाया. ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने इजराइल पर हमला बोलते हुए कहा कि वह ईरानी मिसाइलों से बचने के लिए “डैडी” के पास भाग गया.
यह ‘डैडी’ और कोई नहीं, ट्रंप खुद हैं—जिन्हें हाल ही में नाटो समिट में इसी उपनाम से पुकारा गया था. दरअसल ट्रंप ने इजराइल और ईरान को लेकर गुस्से में लाइव टीवी पर अपशब्द का इस्तेमाल किया था जिसकी आलोचना अब ईरान कर रहा है. अराकची ने अमेरिका को चेतावनी दी कि अगर उसकी भाषा में सुधार नहीं हुआ, तो ईरान अपनी असली ताक़त दिखाने से पीछे नहीं हटेगा.
‘खामेनेई के लिए सम्मान दिखाओ, तभी बनेगी बात’
अराकची ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर अमेरिका परमाणु डील को लेकर वास्तव में गंभीर है, तो उसे ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के लिए सम्मानजनक भाषा का इस्तेमाल करना होगा. उनके करोड़ों समर्थकों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना, किसी सौदे की संभावना को खत्म कर देगा. ये बयान ट्रंप की उस सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में आया है जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने खामेनेई की जान बख्श दी थी.
परमाणु समझौते पर नहीं बनेगी बात?
ट्रंप ने दावा किया कि वो ईरान पर से कुछ प्रतिबंध हटाने पर विचार कर रहे थे, लेकिन ईरान की प्रतिक्रिया के बाद उन्होंने सारे प्रयास बंद कर दिए. दूसरी ओर, ईरान ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि वह अमेरिका के साथ किसी भी तरह की बातचीत फिर से शुरू नहीं करेगा.