शौकत की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है
पाकिस्तान में प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा एक और बड़ा नाम शौकत की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि शौकत संगठन का संस्थापक सदस्य था और लश्कर के टॉप कमांडर अब्दुल रहमान मक्की का बेहद करीबी सहयोगी माना जाता था. इससे पहले पिछले महीने भी पाकिस्तान के सिंध में लश्कर-ए-तैयबा के बड़े आतंकवादी राजुल्लाह निजामनी उर्फ अबू सैफुल्लाह की हत्या कर दी गई थी.
सूत्रों के अनुसार, शौकत मरकज़ तैयबा, मुरीदके स्थित आतंकी प्रशिक्षण शिविर में घुड़साल (घोड़ों के अस्तबल) की देखरेख करता था और वहीं आतंकियों को घुड़सवारी तथा अन्य युद्धकला की ट्रेनिंग भी देता था. लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को कैंपों में तीरंदाजी, तैराकी, और घुड़सवारी भी सिखाई जाती हैं.
अंदरूनी गुटबाजी या साजिश?
शौकत की मौत कैसे हुई अभी स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन इसे लश्कर के भीतर चल रही अंदरूनी गुटबाजी या साजिश से भी जोड़ा जा रहा है. जांच एजेंसियों की नजर इस घटनाक्रम पर टिकी हुई है क्योंकि बीते कुछ समय से पाकिस्तान में लश्कर से जुड़े कई अहम आतंकियों की या तो हत्या हो रही है या वे संदिग्ध हालात में मारे जा रहे हैं. पाकिस्तान सरकार की ओर से अब तक इस मौत पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.
पिछले महीने पाकिस्तान के सिंध प्रांत में लश्कर-ए-तैयबा के बड़े आतंकी राजुल्लाह निजामनी उर्फ अबू सैफुल्लाह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अबू सैफुल्लाह को वर्ष 2006 में भारत के नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) मुख्यालय पर आतंकी हमले की साजिश में शामिल बताया जाता था. सूत्रों के अनुसार, अज्ञात हमलावरों ने उसे निशाना बनाकर गोली मारी और मौके से फरार हो गए. घटनास्थल पर किसी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली और पुलिस भी हमलावरों की पहचान नहीं कर पाई.
दो साल में करीब 15 कुख्यात आतंकियों की मौत
यह कोई पहली घटना नहीं है. बीते दो सालों में पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में कम से कम 15 कुख्यात आतंकवादियों की इसी तरह अज्ञात हमलावरों द्वारा हत्या की जा चुकी है. इन हत्याओं का एक जैसा पैटर्न रहा है. मोटरसाइकिल सवार या नकाबपोश हमलावर आते हैं, गोली मारते हैं और फरार हो जाते हैं. ज्यादातर मामलों में सरकार या सुरक्षा एजेंसियों की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आती.मारे गए आतंकियों में कई ऐसे नाम शामिल हैं जिनका भारत में हुए बड़े आतंकी हमलों से सीधा संबंध रहा है.
- नदीम उर्फ अबु कताल 26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का करीबी और रिश्तेदार.
- मौलाना काशिफ अली: लश्कर-ए-तैयबा की राजनीतिक शाखा का प्रमुख.
- मुफ्ती शाह मीर: जिसे भारत के पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव के अपहरण में मददगार बताया गया था.