यह मामला स्थानीय समुदाय में चर्चा का विषय बन गया है। लोग हैरान हैं कि व्यक्ति इतने लंबे समय तक कानून की पकड़ से बाहर कैसे रह सकता है। हनुमंतप्पा को कोर्ट में पेश किया गया है, मामले की सुनवाई जल्द होगी।
कर्नाटक के कोप्पल जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। 22 साल से फरार चल रहे 72 वर्षीय व्यक्ति को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह व्यक्ति अपनी तीसरी पत्नी रेणुकम्मा की हत्या के आरोप में वांटेड था। हत्या के बाद उसने शव को एक बोरे में ठूंसकर बस में छोड़ दिया था। यह घटना 2002 की है, और तब से यह आरोपी फरार चल रहा था। उस समय इस क्रूर अपराध ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया था और गंगावती टाउन पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था।
आरोपी का नाम हनुमंतप्पा बताया गया है। व्यापक तलाशी और जांच के बावजूद हनुमंतप्पा गिरफ्तारी से बचने में कामयाब रहा। 23 साल तक उसका कोई सुराग नहीं मिला और वह अपने पीछे कोई सुराग नहीं छोड़ पाया।
कुछ दिन पहले ही पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी रायचूर जिले के मनवी तालुक में अपने पैतृक गांव हलाधल लौट आया है। पुलिस उसे वहां से गिरफ्तार करने में कामयाब रही।
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि हनुमंतप्पा ने अपने गृहनगर लौटने से पहले राज्य के विभिन्न हिस्सों में गुप्त रूप से जीवन व्यतीत किया था। पुलिस के अनुसार, हनुमंतप्पा ने 2002 में अपनी तीसरी पत्नी रेणुकम्मा की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद उसने शव को एक बोरे में डालकर एक बस में छोड़ दिया था, ताकि वह अपराध के साक्ष्य को छिपा सके।
इस जघन्य अपराध के बाद वह फरार हो गया और लंबे समय तक उसका कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या उसे स्थानीय स्तर पर किसी का सहयोग मिला, जिसके कारण वह इतने वर्षों तक गिरफ्तारी से बचता रहा।