डोनाल्ड ट्रंप
ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बुरी तरह घिर गए हैं. उन्होंने अपने राजनीतिक विरोधियों पर अमेरिकी खुफिया एजेंसी की असेसमेंट रिपोर्ट लीक करने का आरोप लगाया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर लिखा है कि
ईरान में परमाणु ठिकानों के लिए परफेक्ट फ्लाइट की जानकारी लीक करने वाले डेमोक्रेट ही हैं. उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए.
दरअसल, पिछले हफ्ते अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हमला कर दिया. इस हमले को लेकर अमेरिका ने ये दावा किया ईरान इन प्रतिष्ठानों का इस्तेमाल परमाणु बम बनाने के लिए कर रहा था. हमले के बाद ट्रंप ने ये भी दावा किया हमारे हमले में ईरान के परमाणु ठिकाने पूरी तरह नष्ट हो गए. मगर ट्रंप का ये दावा झूठ निकला.
लीक रिपोर्ट में ट्रंप के दावे निकले झूठे
यूएस डिफेंस इंटेलिजेंस की लीक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से नष्ट नहीं हुआ. अमेरिकी हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को महज कुछ महीनों के लिए पीछे धकेल दिया लेकिन वह पूरी तरह से तबाह नहीं कर पाया. लीक रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि कई सेंट्रीफ्यूज (यूरेनियम संवर्धन करने वाला उपकरण) अभी भी सुरक्षित हैं.
मगर ट्रंप ने ये दावा किया था कि ईरान के परमाणु प्लांट में केवल राख बची है. इस तरह ट्रंप ने हमले को लेकर कई दावे किए जो लीक रिपोर्ट में झूठे साबित हुए. हालांकि, इस लीक के लिए किसी जिम्मेदार व्यक्ति या समूह की पहचान नहीं हुई. इससे पहले उन्होंने इस लीक के पीछे कुछ अमेरिकी मीडिया का हाथ बताया था. लीक रिपोर्ट के मुताबिक, हमले में ईरान के परमाणु प्रोग्राम को नहीं बल्कि साइट को नुकसान हुआ. हालांकि, अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने रिपोर्ट लीक होने की जांच के आदेश दिए हैं.