तुर्किए में तेजी से मिसाइलों का होगा उत्पादन.
ईरान इजराइल की जंग में सबसे ज्यादा नुकसान से अगर किसी ने बचाया है, तो वह है एयर डिफेंस सिस्टम. हालांकि ईरान के भीषण हमलों ने इजराइल के एयर डिफेंस की कमजोरियों को सबसे सामने लाकर रख दिया है. 12 दिन तक चला ये युद्ध तो थम गया है, लेकिन तुर्की में इसके बाद एक अलग डर का माहौल है.
अनादोलू एजेंसी ने तुर्की रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट की, तुर्की ने अपनी रक्षा प्रणाली ‘स्टील डोम’ में निवेश करके पूरे देश में एयर डिफेंस सिस्टम का विस्तार करने की योजना बनाई है. सूत्रों ने कहा, “हम मुख्य रूप से अपने एयर डिफेंस सिस्टम ‘स्टील डोम’ में निवेश करने और देश भर में अपनी स्तरित वायु रक्षा प्रणाली का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं.”
देश के डिफेंस में तुर्की ने बढ़ा रहा निवेश
खबर के मुताबिक तुर्की एडवांस मिसाइल सिस्टम, जिसमें हाइपरसोनिक, बैलिस्टिक और क्रूज के साथ-साथ जेट, युद्धपोत, टैंक और जमीन, समुद्र और हवा के UAV, अगली पीढ़ी के विमान वाहक और फ्रिगेट शामिल है. सूत्रों ने यह भी बताया कि तुर्किये ने नाटो के 2 फीसद रक्षा खर्च लक्ष्य को पार कर लिया है.
एयर डिफेंस ने बचाई हजारों जानें
इजराइल के पास तीन तरह का एयर डिफेंस सिस्टम जो उसे हिजबुल्लाह, हमास और हूती के हमलों से बचाता रहा है. ईरान के साथ युद्ध की शुरुआत में भी इसी डिफेंस सिस्टम ने इजराइल के सैकड़ों लोगों की जान बचाई है. वहीं ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम ने भी ईरान के सैन्य ठिकानों को भीषण नुकसान होने से बचाया.
हालांकि ईरान की ओर से दागी गई कई बैलिस्टिक मिसाइलों ने इजराइल के शहरों में तबाही मचाई और एयर डिफेंस सिस्टम को फेल कर दिया. इसके डर से अब तुर्की जैसे देश भी अपने देश में एयर डिफेंस सिस्टम को मजबूत करने की बात कर रहे हैं.