विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल
ईरान के परमाणु प्रोग्राम पर हमले के बाद पूरी दुनिया की निगाह उससे फैले रेडिएशन पर हैं. इसके बारे में अभी कोई ठोस जानकारी नहीं है, जिसके लिए सभी को IAEA की अपडेट का इंतजार है. भारत ने गुरुवार को कहा कि वह ईरान के परमाणु स्थलों पर हमलों के बाद वहां रेडिएशन के स्तर के बारे में अंतररार्ष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) से मिल रहे अपडेट पर करीबी नजर रख रहा है.
भारत की ओर जोर दिया गया कि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की जल्द बहाली के लिए बातचीत और कूटनीति ही एकमात्र रास्ता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “भारत प्रभावित स्थल पर रेडिएशन के स्तर के बारे में IAEA से मिल रहे अपडेट पर करीबी नजर रख रहा है.”
अब तक IAEA ने क्या बताया?
हर हफ्ते होने वाली मीडिया ब्रीफिंग में जायसवाल ने कहा, “हमने पाया है कि अब तक IAEA ने रिपोर्ट दी है कि लक्षित सुविधाओं में या तो कोई परमाणु सामग्री नहीं है या प्राकृतिक या कम समृद्ध यूरेनियम की थोड़ी मात्रा है और रेडियोधर्मी संदूषण सिर्फ हमलों से प्रभावित इमारतों तक ही सीमित है.” यानी तक अब तक की रिपोर्ट से किसी बढ़ी हानी या चिंता की खबर नही है.
उन्होंने कहा, “हम क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और स्थिरता की शीघ्र बहाली के लिए बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आग्रह करते हैं.” भारत ने मंगलवार को 12 दिनों के युद्ध के बाद ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष विराम का स्वागत किया है. साथ ही, नई दिल्ली ने पश्चिम एशिया में निरंतर सुरक्षा और स्थिरता के बारे में अपनी चिंताओं को दोहराया.
अमेरिका के हमले से बढ़ी है चिंता
रविवार की सुबह अमेरिका की ओर से ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर बमबारी की जानकारी दी गई थी. जिसके के बाद ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष और बढ़ गया था. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को ईरान और इजराइल के बीच युद्ध विराम की घोषणा की. लेकिन न्यूक्लियर फैसिलिटी पर हुए हमले के बाद रेडिएशन फैलने का खतरा कई देशों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है.