पटना. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से निकाले गए तेज प्रताप यादव और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के बीच वीडियो कॉल ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है. तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर इस बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि वह अपनी लड़ाई में अकेले नहीं हैं. खास बात यह है कि इस कॉल के दौरान अखिलेश यादव ने तेज प्रताप यादव से पूछा कि आप कहां से चुनाव लड़ोगे? इसका जवाब तेज प्रताप ने अपने अंदाज में दिया, हालांकि उन्होंने सीट का नाम स्पष्ट नहीं किया.
मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा
तेज प्रताप ने बातचीत को भावुक अंदाज में साझा करते हुए कहा कि अखिलेश यादव का कॉल उनके लिए भावनात्मक समर्थन था. उन्होंने बिहार के मौजूदा राजनीतिक हालात पर भी चर्चा की, जिसमें तेज प्रताप के आरजेडी और लालू परिवार से निष्कासन के बाद उनकी भविष्य की रणनीति शामिल है. तेज प्रताप ने यह भी संकेत दिया कि वह सपा के साथ मिलकर बिहार में नई सियासी जमीन तलाश सकते हैं, हालांकि उन्होंने स्पष्ट रूप से सीट का नाम नहीं बताया है.
यादव वोट बैंक मजबूत करने की कोशिश
बिहार चुनाव में चार महीने का समय शेष
दूसरी ओर तेज प्रताप के पास निर्दलीय चुनाव लड़ने या नई पार्टी बनाने का विकल्प भी है. उन्होंने पहले यदुवंशी सेना और तेज सेना जैसे संगठन बनाए हैं जिसको लेकर उनकी सियासी सक्रियता पहले से है. लेकिन, अब जब चुनाव में महज चार महीने का समय शेष है तो नई पार्टी को जमीन पर उतारना कठिन होगा. ऐसे में अगर वह वे सपा के साथ जाते हैं तो महुआ सीट प्रबल दावेदार हो सकती है, क्योंकि वहां उनकी पुरानी सियासी जमीन है.
महुआ से चुनाव लड़ने की जताई थी इच्छा
लालू यादव ने पार्टी और परिवार से निकाला
बता दें कि तेज प्रताप को 25 मई 2025 को लालू प्रसाद यादव ने अनुष्का यादव के साथ विवादास्पद पोस्ट और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार के चलते आरजेडी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था. इसके साथ ही परिवार से भी बेदखल करने की घोषणा की थी. इस घटनाक्रम के बाद उनकी सियासी राह को लेकर अटकलें तेज हैं.