पाइनलैब्स को अप्रैल में अपना ऑफिस सिंगापुर से भारत स्थानांतरित करने की मंजूरी मिली। इसे आईपीओ के लिए पहला कदम माना जाता है। पाइनलैब्स 520 करोड़ रुपये तक के शेयरों के प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पर भी विचार कर सकती है।
Pine Labs IPO News: शेयर मार्केट में एक और कंपनी की एंट्री होने वाली है। इसी कड़ी में फिनटेक यूनिकॉर्न पाइनलैब्स का भी आईपीओ आने वाला है। इस कंपनी ने 26 जून को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) को अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) सब्मिट किया है। बता दें कि पाइनलैब्स को अप्रैल में अपना ऑफिस सिंगापुर से भारत स्थानांतरित करने की मंजूरी मिली। इसे आईपीओ के लिए पहला कदम माना जाता है।
2,600 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक पाइनलैब्स ने शेयरों के नए इश्यू के जरिए 2,600 करोड़ रुपये ($304 मिलियन) जुटाने की योजना बनाई है। वहीं, ऑफर फॉर सेल के जरिए भी पैसे जुटाए जाएंगे। पेपाल, मास्टरकार्ड, पीक XV पार्टनर्स और मैक्रिची इन्वेस्टमेंट्स सहित मौजूदा निवेशक 14.78 करोड़ (147.8 मिलियन) शेयर बेचेंगे। डीआरएचपी के अनुसार, नए इश्यू से प्राप्त रकम का उपयोग कर्ज चुकाने और क्विकसिल्वर सिंगापुर, पाइन पेमेंट सॉल्यूशंस मलेशिया और पाइन लैब्स यूएई जैसी सहायक कंपनियों में निवेश करने के लिए किया जाएगा। इस आईपीओ का प्रबंधन एक्सिस कैपिटल, मॉर्गन स्टेनली, सिटी, जे.पी. मॉर्गन और जेफरीज द्वारा किया जा रहा है।
प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पर विचार संभव
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पाइनलैब्स 520 करोड़ रुपये तक के शेयरों के प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पर भी विचार कर सकती है। बता दें कि पिछले वर्ष पाइन लैब्स कथित तौर पर 1 बिलियन डॉलर (8,300 करोड़ रुपये) के आईपीओ पर विचार कर रही थी। साल 2022 में जब कंपनी ने फंड जुटाया था तब इसका वैल्युएशन 5 बिलियन डॉलर था।
कंपनी मुख्य रूप से पॉइंट ऑफ सेल्स (PoS) टर्मिनलों के माध्यम से ऑफलाइन पेमेंट पर केंद्रित है। यह कंपनी साल 1998 में वजूद में आई थी। इस कंपनी का कारोबार इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल, लाइफस्टाइल, ऑटोमोबाइल, ग्रॉसरी, हेल्थकेयर और हॉस्पिटैलिटी से जुड़ा हुआ है। इस कंपनी का कारोबार भारत के अलावा मलयेशिया और यूएई में है।