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Mallikarjun Kharge controversial statement: बिहार को लेकर कांग्रेस नेताओं के बयान समय-समय पर विवाद का कारण बने हैं. इसको लेकर कई बार कांग्रेस बैकफुट पर भी आई है, लेकिन हालात ऐसे हैं कि नेताओं की जुबान गलतबयानी …और पढ़ें
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के विवादित बयान पर बिहार की राजनीति में उबाल.
हाइलाइट्स
- मल्लिकार्जुन खड़गे के बिहार को ‘छोटा-मोटा राज्य’ कहने पर सियासी बवाल.
- एनडीए नेताओं ने बिहार का अपमान बताया, कहा-कांग्रेस की छोटी मानसिकता.
- कांग्रेस के कई सीनियर नेता भी बिहार और बिहारियों पर की है गलतबयानी.
पटना. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार को “छोटा-मोटा राज्य” कहकर संबोधित किया जिसको लेकर बिहार में सियासी हंगामा मच गया है. एनडीए के नेता जहां हमलावर हैं, वहीं महागठबंधन के नेता भी पसोपेश में पड़ गए हैं. बिहार कांग्रेस बचाव की मुद्रा में है, जबकि राजद ने इस पर खामोशी अख्तियार कर ली है. खड़गे ने यह बयान केंद्रीय बजट में बिहार को मिली सौगातों को अपर्याप्त बताने के संदर्भ में दिया था जिसे एनडीए नेताओं ने इसे बिहार की संस्कृति और गौरवशाली इतिहास का अपमान बताया. आरजेडी नेताओं की चुप्पी को भी बीजेपी ने गठबंधन की मजबूरी करार दिया. बता दें कि बिहार को लेकर कांग्रेस नेताओं का यह को पहला विवादित बयान नहीं है. इसके पहले भी कई नेताओं ने बिहार को लेकर आपत्तिजनक टीका-टिप्पणी की है. आइये ऐसे ही चंद बयानों पर नजर डालते हैं जो हाल में ही दिये गए हैं.
मल्लिकार्जुन खड़गे का “मुजरा” वाला बयान
सुखपाल सिंह खैरा का ”बहिष्कार” वाला बयान
सुखविंदर सिंह सुक्खू का ”बिहारियों” पर बयान
कांग्रेस के विवादित बयान देने वाले नेताओं की इस कड़ी में एक नाम हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का भी है. हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से हुए नुकसान के लिए सीएम सुक्खू ने बिहार के निर्माण मजदूरों को जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने कहा कि शिमला में बिहारी मजदूरों ने “फ्लोर पर फ्लोर” बनाकर नुकसान पहुंचाया. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसे बिहारियों का अपमान बताया और कहा कि बिहार के लोग मजदूरों से लेकर आईएएस और आईपीएस तक राष्ट्र निर्माण में योगदान देते हैं.
बिहार की सांस्कृतिक पहचान का अपमान
जाहिर है कांग्रेस नेताओं की ओर से बिहार को लेकर समय-समय पर ऐसी टिप्पणियां सामने आई हैं जिन्हें बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों ने बिहार के सम्मान के खिलाफ बताया है. ऐसे बयान या तो बिहार की सांस्कृतिक पहचान, इसके लोगों या इसकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति को कमतर आंकने वाले रहे हैं. खासकर, खड़गे और रेड्डी के बयानों ने हाल के वर्षों में सबसे ज्यादा विवाद खड़ा किया क्योंकि इन्हें बिहार की गौरवशाली परंपरा और योगदान को नजरअंदाज करने वाला माना गया. बहरहाल, अब तो यह राजनीति का भी मुद्दा बन गया है और जल्दी ही बिहार विधानसभा चुनाव है तो कांग्रेस नेताओं के ये बयान फिजा में गूंजते रहेंगे.

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट…और पढ़ें
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट… और पढ़ें