होम राजनीति BSP Chief Mayawati demanded to change name of KGMU to Chhatrapati Shahuji Maharaj medical university | मायावती ने की KGMU का नाम बदलकर छत्रपति शाहूजी महाराज रखने की मांग, कहा

BSP Chief Mayawati demanded to change name of KGMU to Chhatrapati Shahuji Maharaj medical university | मायावती ने की KGMU का नाम बदलकर छत्रपति शाहूजी महाराज रखने की मांग, कहा

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Mayawati News: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती पर उनके अनुयायियों को शुभकामनाएं दी है. इस दौरान उन्होंने दलित उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि आज इन वर्गों के लोगों को संवैधानिक अधिकारों को निष्क्रिय और निष्प्रभावी बनाने की कोशिश की जा रही है. बसपा सुप्रीमो ने इस दौरान अपनी सरकार में किए गए कामों का भी जिक्र किया.  

बसपा सुप्रीमो ने अपने अधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा- ‘कोल्हापुर, महाराष्ट्र रियासत में दलितों को नौकरी में आरक्षण देने का क्रान्तिकारी क़दम उठाकर भारत में आरक्षण के जनक के रूप में अमर हो जाने वाले राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज को आज उनकी जयंती पर शत्-शत् नमन व अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित तथा उनके समस्त अनुयाइयों को हार्दिक बधाई एवं शुभमामनाएं.

छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती पर किया नमन
मायावती ने कहा कि ऐसे समय में जबकि जाति के आधार पर सदियों से तोड़े व पछाड़े गए देश के खासकर दलितों, आदिवासियों व अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण के उनके संवैधानिक अधिकार को निष्क्रिय व निष्प्रभावी बनाकर, उनकी अपनी बीएसपी की सरकार व बहुजनों के शासक वर्ग बनने के अभाव में, उन्हें फिर से लाचार, मजबूर व गुलाम बनाने का षडयंत्र जारी है, राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज के मानवीय गुणों, न्याययुक्त सरकार व अन्यायमुक्त समाज की स्थापना में उनकी ऐतिहासिक भूमिका व उनकी स्मृतियों को संजोने व स्मरण करने का महत्व व्यापक जन व देशहित में और भी अधिक बढ़ जाता है.

बसपा चीफ ने लिखा कि विशेषकर दलित व पिछड़े वर्गों में समय-समय पर जन्मे ऐसे महान संतों, गुरुओं व महापुरुषों में राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज के आदर-सम्मान में तथा उनकी प्रेरणादायी स्मृति को स्थाई बनाने के लिए यूपी में बी.एस.पी. की अब तक चार बार रही मेरी सरकारों में ऐतिहासिक महत्व के अनेकों कार्य किए गए हैं, जिसमें से प्रमुख हैं उनके नाम पर नया ज़िला, शिक्षण संस्थाओं आदि का नामकरण व भव्य स्थलों/स्मारकों आदि में उनकी प्रतिमा की स्थापना, किन्तु विशेष उल्लेखनीय है राजधानी लखनऊ में यूपी का पहला छत्रपति शाहूजी महाराज मेडिकल यूनिवर्सिटी स्थापित करके उसे तुरन्त चालू करना, जिसको दलित व पिछड़े वर्ग के बहुजनों व उनके आरक्षण के हमेशा विरोधी रही समाजवादी पार्टी की सरकार द्वारा उसका नाम ज़बरदस्ती बदलकर किंग जार्ज मेकिडल यूनिवर्सिटी कर दिया गया है हालांकि उसी नाम से लखनऊ में मेडिकल कालेज काफी पहले से ही स्थापित है.

उन्होंने लिखा कि दुखद है कि यूपी में सपा के बाद आयी भाजपा सरकार ने भी इतना लम्बा समय बीत जाने के बावजूद, अभी तक भी सपा के ऐसे घोर द्वेषपूर्ण एवं जातिवादी रवैये को, व्यापक जनहित में ज़रूरी बदलाव/सुधार नहीं किया है. अतः छत्रपति शाहूजी महाराज मेडिकल यूनिवर्सिटी का असली नाम जितनी जल्द बहाल हो उतना बेहतर. 

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