Dhanbad News: आयुष्मान भारत योजना के तहत डायलिसिस सेवा बंद करने के विरोध में बुधवार को मरीजों ने धनबाद नर्सिंग होम के समक्ष धरना दिया. मरीजों ने डायलिसिस सेवा फिर से शुरू करने की मांग सरकार व जिला प्रशासन से की है. मरीजों ने बताया कि वे सभी किडनी की गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं. धनबाद नर्सिंग होम में 35 मरीजों को आयुष्मान योजना के तहत नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा मिलती थी. अचानक से अस्पताल प्रबंधन ने उनके लिए डायलिसिस सेवा बंद कर दी है. निजी अस्पतालों में बार-बार मोटी रकम खर्च कर डायलिसिस कराना उनके लिए संभव नहीं है, क्योंकि अधिकांश मरीजों की आर्थिक स्थिति पहले से खराब है. उन्होंने उपायुक्त एवं सिविल सर्जन से कई बार गुहार लगायी, परंतु कोई पहल नहीं की गयी है. धरना देने वाले मरीजों में विक्रम, शालू कुमारी, रोशन सिंह, रॉकी चौरसिया, रीना कुमारी, कपिल राणा, अनिकेश, नौशाद अली, शंकर महतो, मुकेश कुमार, ललिता देवी, अनिल श्रीवास्तव, मीरा कुमारी आदि शामिल थे. सरकार से आयुष्मान का पैसा नहीं मिलने से प्रबंधन ने बंद की सेवा : धनबाद नर्सिंग होम प्रबंधन ने बताया कि लंबे समय से आयुष्मान के तहत मरीजों का इलाज करने के एवज में उन्हें पैसों का भुगतान नहीं किया गया है. जबकि, एक मरीजों की डायलिसिस में हजारों रुपये खर्च आता है. ऐसे में मजबूर होकर प्रबंधन ने आयुष्मान के मरीजों की डायलिसिस सेवा बंद की है.
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