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ईरान में इस पहाड़ी के नीचे छुपा हो सकता है यूरेनियम, अमेरिका-इजराइल का साया भी नहीं पड़ेगा

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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार 20 जून के ऐलान किया कि अमेरिकी विमान B-2 बॉम्बर ने ईरान की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली फोर्डो को बर्बाद कर दिया है, साथ ही कहा कि उसकी दूसरी न्यूक्लियर साइट नतांज और इस्फहान को भी तबाह किया गया है. कुछ खबरों में दावा किया गया है कि ईरान ने हमले से पहले ही अपना यूरेनियम फोर्डो से निकाल किसी गुप्त जगह पर शिफ्ट कर लिया है और वह आसानी से अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम को जारी रख सकता है.

खबरों के मुताबिक ईरान से 400 किलोग्राम यूरेनियम गायब है, अटकलें लगाई जा रही हैं कि तेहरान ने ये यूरेनियम नतांज के पास कुह-ए-कोलांग गज ला, जिसे ‘पिकैक्स माउंटेन’ के नाम से भी जाना जाता है के अंदर इस यूरेनियम को स्थानांतरित कर दिया होगा. दावा किया जा रहा है इस माउंटेन में फोर्डो से भी ज्यादा गहराई में ईरान ने परमाणु संयंत्र बनाएं हैं, जिसके बारे में किसी खबर नहीं है.

अमेरिकी और इजराइली सरकार का कहना है कि उन्होंने ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को अपने हमलों से खत्म कर दिया है. लेकिन दूसरी तरफ ट्रंप ने ये भी कहा था कि ईरान डील को मान ले. जानकार कहते हैं कि अगर अमेरिका ये मान रहा है कि ईरान का न्यूक्लियर प्रोग्राम खत्म हो गया, तो वह न्यूक्लियर डील की बात क्यों कर रहा है.

अमेरिका-इजराइल का साया भी नहीं पड़ेगा

जब अंतररार्ष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के महानिदेशक ने ईरान से पूछा कि पिकैक्स माउंटेन के नीचे क्या हो रहा है, तो ईरान का जवाब संक्षिप्त और तीखा था. ईरानी अधिकारियों ने कहा, “इससे आपका कोई लेना-देना नहीं है”

यह सुविधा, जिसके बारे में शायद ही कभी बात की जाती है, को फोर्डो से भी ज्यादा मजबूत बताया जाता है. अप्रैल में इंस्टीट्यूट फॉर साइंस एंड इंटरनेशनल सिक्योरिटी की ओर से प्रकाशित एक सेटेलाइट इमेज से पता चला कि ईरान माउंट कोलांग गज़ ला के बेस के चारों ओर एक नया सुरक्षा घेरा बना रहा था. आईएसआईएस ने अपने अप्रैल के आकलन में कहा, “नए परिसर में फोर्डो यूरेनियम संवर्धन स्थल की तुलना में अधिक गहराई में दबे हुए हॉल हैं.”

बहुत सुरक्षित है पिकैक्स माउंटेन

हालांकि इसके बारे अभी ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन कई लोगों का मानना है कि ईरान हमले से पहले अपने यूरेनियम को पिकैक्स माउंटेन में ले गया होगा, जिससे ईरान अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को फिर से शुरू कर सकता है.

थिंक टैंक फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज के बेन टैलेब्लू ने फाइनेंशियल टाइम्स को बताया, “एक अहम सवाल यह है कि क्या ईरान पिकैक्स या किसी अन्य अज्ञात सुविधा में विखंडनीय सामग्री छिपाएगा या शायद पहले ही छिपा चुका है. इस सुविधा में कथित तौर पर चार सुरंग एंट्री गैट हैं, जिससे बमबारी करके इसे बंद करना मुश्किल हो जाता है. इसके भूमिगत हॉल में भी ज्यादा जगह है.

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