अनिल अंबानी की कंपनी के शेयर रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर आज बुधवार को कारोबार के दौरान फोकस में हैं। कंपनी के शेयर में 5% का अपर सर्किट लग गया और यह शेयर 404.05 रुपये के इंट्रा डे हाई पर पहुंच गया। शेयरों में इस तेजी के पीछे एक बड़ी डिफेंस डील है।
Reliance Infrastructure Ltd: अनिल अंबानी की कंपनी के शेयर रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर आज बुधवार को कारोबार के दौरान फोकस में हैं। कंपनी के शेयर में 5% का अपर सर्किट लग गया और यह शेयर 404.05 रुपये के इंट्रा डे हाई पर पहुंच गया। शेयरों में इस तेजी के पीछे एक बड़ी डिफेंस डील है। दरअसल, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने घोषणा की कि उसकी डिफेंस सब्सिडियरी, रिलायंस डिफेंस को एक प्रमुख जर्मन डिफेंस निर्माता, राइनमेटल से 600 करोड़ रुपये का निर्यात ऑर्डर मिला है।
कंपनी ने क्या कहा?
अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस डिफेंस को जर्मनी की प्रमुख रक्षा और गोला-बारूद मैन्युफैक्चरिंग राइनमेटल वैफे म्यूनिशन जीएमबीएच से 600 करोड़ रुपये का निर्यात ऑर्डर मिला है। कंपनी ने बुधवार को बयान में कहा कि अत्याधुनिक गोला-बारूद क्षेत्र में यह अबतक का सबसे बड़ा ऑर्डर है। बयान में कहा गया है कि यह ऑर्डर रिलायंस डिफेंस की वैश्विक रक्षा और गोला-बारूद आपूर्ति शृंखला में एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करने की रणनीति में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जिसमें यूरोप पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह ऑर्डर भारत के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रमों का भी समर्थन करता है जिसका उद्देश्य स्वदेशी रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देना है। रिलायंस डिफेंस का लक्ष्य देश के टॉप तीन रक्षा निर्यातकों में शामिल होना है।
क्या है डिटेल
रिलायंस समूह के संस्थापक चेयरमैन अनिल अंबानी ने कहा कि यह साझेदारी भारत में अत्याधुनिक क्षमताएं लाएगी और देश के निजी रक्षा विनिर्माण क्षेत्र के लिए एक निर्णायक मील का पत्थर साबित होगी। रिलायंस डिफेंस महत्वाकांक्षी धीरूभाई अंबानी डिफेंस सिटी (डीएडीसी) पहल के तहत विस्फोटक, गोला-बारूद और छोटे हथियारों के विनिर्माण के लिए एक एकीकृत सुविधा स्थापित करेगी। डीएडीसी का विकास महाराष्ट्र के रत्नागिरी के ‘वाटड औद्योगिक क्षेत्र’ में किया जा रहा है। यह भारत में किसी भी निजी कंपनी द्वारा शुरू की गई रक्षा क्षेत्र की सबसे बड़ी नई परियोजना बनने जा रही है। बता दें कि 80 बिलियन यूरो से अधिक के बाजार पूंजीकरण के साथ, राइनमेटल दुनिया की सबसे बड़ी डिफेंस कंपनी में से एक है और 2024 में इसका राजस्व 9.8 बिलियन यूरो दर्ज किया गया। रिलायंस के साथ इसके सहयोग को भारत की निजी क्षेत्र की रक्षा क्षमताओं में विश्वास के रूप में देखा जाता है। राइनमेटल एजी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आर्मिन पैपरगर ने कहा, ‘यह रणनीतिक साझेदारी…प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत नेतृत्व में भारत के साथ भागीदारी करने की हमारी मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती है।’