UP Politics: समाजवादी पार्टी से निष्कासन के बाद गौरीगंज से विधायक राकेश प्रताप सिंह ने अखिलेश यादव पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने बागी विधायकों को पैकेज दिए जाने के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि वो जिस पैकेज की बात कर रहे हैं वो अपने अतीत के पैकेज से भी पर्दा हटा दें तो अच्छा होगा. उन्होंने कहा आपने भी तो भी पैकेज के दबाव में ही उन्हें राज्यसभा भेजने का काम किया था.
राकेश प्रताप ने एक्स पर पोस्ट कर अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा- सपा सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री जी ने राज्यसभा के जिन सम्मानित सदस्य महोदय के हवाले से पैकेज सम्बन्धी, अपने अनुभव का जिक्र वो दोहराते आजकल नजर आ रहे हैं. उचित होगा कि अतीत के भी पैकेज से पर्दा हटा दें तो अच्छा होगा. जब आप सत्ता के शीर्ष पर थे तो कितने पैकेज से लाभान्वित होकर आपने तत्कालीन राज्यपाल महोदय को विधान परिषद सदस्य के लिए श्री सेठ जी का नाम सुझाया था.
निष्कासित विधायक ने आगे कहा कि जब तत्कालीन राज्यपाल महोदय ने आपके द्वारा प्रस्तावित श्री सेठ जी का नाम ठुकरा दिया था तो क्या आपने पूर्व में श्री सेठ द्वारा दिए गए पैकेज के दबाव में उन्हें राज्यसभा भेजने का काम किया था? या पैकेज का आकार बढ़ा दिया गया था.
सपा अध्यक्ष के इन बयान पर भड़के राकेश प्रताप
बता दें सपा अध्यक्ष ने तीन विधायकों को निकाले जाने पर मीडिया कर्मियों से बात करते हुए बागी विधायकों को संजय सेठ द्वारा उनके समर्थन में वोटिंग के लिए पैसे दिए जाने का आरोप लगाया था. अखिलेश ने कहा कि उन्होंने ये कार्रवाई इसलिए की क्यों ये तीनों सपा में रहने की वजह से मंत्री नहीं बन पा रहे थे. उन्हें कहा गया कि अगर आपको मंत्री बनना है तो पार्टी छोड़नी पड़ेगी और उपचुनाव के बाद ही वो मंत्री बन पाएगे.
अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होंने इस तकनीकी दिक़्क़त को ही खत्म किया है. अब वो मंत्री बन सकते हैं और जब ये मंत्री बन जाएंगे तो बाकी बचे बागियों की तकनीकी दिक़्क़त को भी दूर कर दिया जाएगा. सपा अध्यक्ष ने दावा किया कि राज्यसभा चुनाव के दौरान इन सभी को मंत्री बनने का ऑफर दिया गया था और कितना पैकेज दिया गया इसकी तो वो चर्चा भी नहीं करना चाहते. जिसके नाम में ही पैकेज हो तो सोचिए कितना पैकेज मिलेगा. सेठ..जो सेठ (संजय सेठ) हो तो कुछ भी हो सकता है. जब नाम में पैकेज है तो सोचिए किसी को कितना बड़ा पैकेज मिल सकता है.