शुभांशु शुक्ला Axiom 4 मिशन में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और वे चार सदस्यीय अंतरिक्ष दल का हिस्सा होंगे। दल गुरुवार सुबह सात बजे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचेगा।
भारत अंतरिक्ष के नए युग की ओर एक और ऐतिहासिक क़दम बढ़ाने जा रहा है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला आज अमेरिका से AXIOM-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना होंगे। यह मिशन भारतीय समयानुसार बुधवार/गुरुवार की मध्यरात्रि 12:01 बजे अमेरिका से लॉन्च होगा। इस मिशन में इसरो के 7 वैज्ञानिक प्रयोग शामिल हैं।
AXIOM-4 मिशन को अमेरिकी एजेंसियों NASA, निजी अंतरिक्ष कंपनी Axiom Space, और SpaceX की भागीदारी में लॉन्च किया जा रहा है। शुभांशु शुक्ला इस मिशन में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और वे चार सदस्यीय अंतरिक्ष दल का हिस्सा होंगे, जो 14 दिनों तक अंतरिक्ष में रहकर 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग करेगा।
ISRO के 7 अहम प्रयोग
इस मिशन की एक विशेष बात यह है कि AXIOM-4 मिशन में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा डिजाइन किए गए 7 वैज्ञानिक प्रयोग शामिल किए गए हैं। यह भारत के लिए पहली बार है जब उसके प्रयोग किसी निजी अंतरिक्ष मिशन का हिस्सा बन रहे हैं। इनमें बायोलॉजिकल रिसर्च, माइक्रोग्रैविटी में कोशिकाओं का व्यवहार, और नई टेक्नोलॉजी पर फोकस किया जाएगा।
गुरुवार सुबह पहुंचेगा दल ISS
AXIOM-4 मिशन की उड़ान अमेरिका के केनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसX के फाल्कन-9 रॉकेट के जरिए होगी। उड़ान के लगभग 16 घंटे बाद, गुरुवार सुबह करीब 7 बजे (भारतीय समयानुसार), यह दल अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचेगा।
भारत के लिए गर्व का क्षण
शुभांशु शुक्ला की यह उड़ान उन्हें भारत के पहले निजी अंतरिक्ष यात्री समूह में शामिल करती है। इससे पहले केवल राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत मिशन के तहत अंतरिक्ष की यात्रा की थी। अब भारत की अंतरिक्ष वैज्ञानिक क्षमता दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है।