अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई
इजराइल और ईरान के बीच जंग पर विराम लग गया है. दोनों देशों के बीच 12 दिन से जारी लड़ाई को रोकने का काम अमेरिका ने किया है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को सीजफायर का ऐलान किया. ट्रंप ने कहा, सभी को बधाई. इजराइल और ईरान के बीच इस बात पर पूरी तरह सहमति बन गई है कि पूर्ण और समग्र युद्धविराम होगा.
युद्धविराम ऐसे समय पर हुआ जब तनाव ईरान और अमेरिका के बीच चरम पर पहुंच गया था. ईरान ने कतर में अमेरिका के ठिकानों को निशाना बनाया था. अमेरिका ने पुष्टि की है कि कतर स्थित वायु सेना अड्डे पर ईरान की ओर से मिसाइल हमला किया गया. उसने कहा कि इस हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
हमले के तुरंत बाद, खाड़ी देश बहरीन ने अपने हवाई क्षेत्र में उड़ानों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया. बहरीन में अमेरिका का पांचवां बेड़ा मुख्यालय स्थित है. ईरान के हमले से कुछ समय पहले कतर ने भी अपने हवाई क्षेत्र में उड़ानों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था.
ट्रंप ने क्या कहा?
सीजफायर की घोषणा करते हुए ट्रंप ने कहा, ईरान और इजराइल के बीच पूर्ण और समग्र युद्धविराम की घोषणा की. सभी को बधाई. उन्होंने आगे कहा कि इजराइल और ईरान के बीच सीजफायर पर पूरी तरह से सहमति बन गई है. इस धारणा पर कि सब कुछ वैसा ही होगा जैसा होना चाहिए.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि, मैं दोनों देशों इजराइल और ईरान को बधाई देना चाहूंगा कि उन्होंने उस 12 दिन की जंग को समाप्त करने के लिए सहनशक्ति, साहस और बुद्धिमत्ता दिखाई. यह एक ऐसा युद्ध है जो सालों तक चल सकता था और पूरे मध्य पूर्व को नष्ट कर सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और न ही कभी होगा. ट्रंप ने ईरान का भला होने की भी कामना की. उन्होंने कहा कि भगवान इजराइल का भला करें. ईरान का भला करें. भगवान मिडिल ईस्ट का भला करें. अमेरिका और पूरी दुनिया का भला करें.
सीजफायर के लिए कौन पहुंचा?
सीजफायर के लिए अमेरिका के पास कौन पहुंचा, इसपर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि इजराइल और ईरान लगभग एकसाथ मेरे पास आए और बोले- शांति. मुझे पता था कि अब समय आ गया है. दुनिया और मध्य पूर्व ही असली विजेता है. दोनों राष्ट्र अपने भविष्य में जबरदस्त प्रेम, शांति और समृद्धि देखेंगे. उन्हें बहुत कुछ हासिल करना है और फिर भी अगर वे धर्म और सत्य के मार्ग से भटक गए तो उन्हें बहुत कुछ खोना पड़ेगा. इजराइल और ईरान का भविष्य असीमित है. भगवान आप दोनों का भला करें.
12 दिन से जारी थी जंग
इजराइल और ईरान के बीच तनाव 13 जून को बढ़ा था. इस दिन इजराइल ने हमला करते हुए ईरान के न्यूक्लियर साइंटिस्ट और कई सैन्य अधिकारियों को मार गिराया था. इस हमले के बाद ईरान भड़क गया और इजराइल पर मिसाइल से हमले कर दिया. उसने इजराइल के शहर तेल अवीव को खासतौर पर निशाना बनाया. ईरान के पलटवार के बाद तनाव जंग का रूप ले लिया. दोनों की लड़ाई में अमेरिका भी कूदा. उसने ईरान पर वार किया. अमेरिकी हमले के बाद ईरान ने मिडिल ईस्ट में उसके एयरबेस को टारगेट पर लिया और सोमवार में कतर में हमला किया.