इजराइल-ईरान युद्ध
दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अविश्वसनीयता, उनके बड़बोलेपन की एक और मिसाल देखने को मिली है. श्रेय लेने की भूख में ट्रंप ने देर रात ऐलान कर दिया कि उन्होंने इजरायल-ईरान जंग रुकवा दी है, लेकिन अब से कुछ देर पहले शुरू हुए हमलों से ये साबित हो गया है कि ट्रंप का दावा फिर झूठा साबित हुआ है. दरअसल, ईरान ने फिर से मिसाइल हमला किया है. इस हमले में 8 इजराइली नागरिकों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए हैं.
ईरान ने फिर से इजराइल पर हमलों की बौछार कर दी है. ईरान न सिर्फ इजराइल पर मिसाइलें दाग रहा है बल्कि खामेनेई के टारगेट में अमेरिका भी है. मिडिल ईस्ट में अमेरिकी ठिकानों पर ईरान की मिसाइलें बरस रही हैं. पहले कतर और उसके बाद इराक में अमेरिका के तीन ठिकानों पर हमले किए गए. इन हमलों से ईरान के इरादों का अंदाजा लग जाता है और ये भी साफ है कि मध्य पूर्व का ये तनाव महायुद्ध में तब्दील होने जा रहा है.
ईराना हमले के बाद इजराइल के कई शहरों में सायरन बज रहे हैं और लोग बंकरों में छिप रहे हैं. बीती रात ईरान ने कतर के अल उदीद एयर बेस पर मिसाइल हमला कर दिया. उसने एक साथ कई मिसाइलों को लॉन्च कर दीं, लेकिन अधिकतर मिसाइलों को हवा में ही खत्म कर दिया गया. फिलहाल यहां किसी नुकसान की खबर सामने नहीं आई है. दरअसल, अल उदीद एयर बेस मिडिल-ईस्ट में अमेरिकी सेंट्रल कमांड के एयर ऑपरेशन्स का मुख्यालय है.
ईरान ने कतर में दागी 19 मिसाइलें
मिडिल ईस्ट में जबरदस्त तनाव है. कतर और अमेरिकी एयरबेस पर ईरान के हमले के तुरंत बाद लगभग 10 देशों ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया. इसमें कतर, कुवैत, यूएई, इराक और मिस्र शामिल हैं. हालांकि बाद में इन्हे खोल दिया गया. वहीं, गल्फ देशों के संगठन GCC ईरान के हमले की निंदा की है और इसे कतर की संप्रभुता का उल्लंघन बताया है. कतर ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि ईरान की तरफ से 19 मिसाइलें दागी गई. इनमें से ज्यादातर को इंटरसेप्ट कर लिया गया, लेकिन एक मिसाइल के अमेरिकी एयरबेस पर गिरने की खबर है.
वहीं, ईरान ने अमेरिका को खुली धमकी दी है और साफ कहा है कि अगर फिर से हमले किए गए तो अमेरिकी ठिकानों पर और भी हमले होंगे, साथ ही अस्तित्व खत्म कर देंगे. ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के मुताबिक, मिडिल ईस्ट में अमेरिकी एयरबेस उनके निशाने पर हैं. इधर, व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा कि सुलेमानी की मौत के बाद भी ईरान ने हमला किया था. हमले से कोई नुकसान नहीं हुआ. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ईरान ने अमेरिकी हमले के जवाब में बेहद कमजोर हमला किया. 14 मिसाइलें दागी गईं. 13 को गिरा दिया गया.
आयातुल्लाह खामेनेई बोले, उत्पीड़न स्वीकार नहीं
ईरान के सुप्रीम लीडर आयातुल्लाह खामेनेई ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा है कि हम किसी भी परिस्थिति में कोई उत्पीड़न स्वीकार नहीं करेंगे. हम किसी के आगे नहीं झुकेंगे. वहीं, ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि ईरान अमेरिका के किसी भी हमले का जवाब देने के लिए तैयार है.