पीएम किसान योजना के तहत पात्र किसानों को 2,000 रुपये की तीन बराबर किस्तों में हर साल 6,000 रुपये मिलते हैं और हर चार महीने में यह पैसा सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है। 20वीं किस्त जारी होने में देरी होती दिख रही है।
PM Kisan 20th Installment Date: देश भर के 11 करोड़ से अधिक किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम किसान) योजना की आगामी 20वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं। इस योजना के तहत पात्र किसानों को 2,000 रुपये की तीन बराबर किस्तों में हर साल 6,000 रुपये मिलते हैं और हर चार महीने में यह पैसा सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है। हालांकि, 20वीं किस्त जारी होने में देरी होती दिख रही है, क्योंकि अगली किस्त के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 20वीं किस्त अब जून के आखिरी हफ्ते या जुलाई 2025 की शुरुआत में मिलने की उम्मीद है। वहीं, पिछले रुझानों के अनुसार, पीएम नरेंद्र मोदी जून के अंत और जुलाई 2025 की शुरुआत के बीच पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त जारी कर सकते हैं।
क्या है डिटेल
अगर आप पीएम किसान के लाभार्थी हैं, तो यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका भुगतान रोका न जाए, कुछ अनिवार्य औपचारिकताओं को समय पर पूरा करना बहुत जरूरी है। 2,000 रुपये की किस्त प्राप्त करने में देरी से बचने के लिए आपको ये चार मुख्य बातें जरूर चेक करनी चाहिए और उन्हें ठीक करना चाहिए:
1. आधार को अपने बैंक खाते से लिंक करें
सरकार पीएम किसान की राशि आधार से जुड़े डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) सिस्टम के जरिए करती है। सुनिश्चित करें कि आपका बैंक खाता आपके आधार नंबर से सही तरीके से जुड़ा हुआ है। यदि नहीं, तो भुगतान विफलता से बचने के लिए अपने बैंक में जाएं या इसे ऑनलाइन अपडेट करें।
2. अपना ई-केवाईसी पूरा करें
ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर) सभी पीएम किसान लाभार्थियों के लिए अनिवार्य है। इसके बिना, आपका नाम लाभार्थी सूची से हटाया जा सकता है।
आप तीन आसान तरीकों से ई-केवाईसी पूरा कर सकते हैं:
- ओटीपी-आधारित ई-केवाईसी: यदि आपका आधार आपके मोबाइल नंबर से जुड़ा हुआ है, तो पीएम किसान की वेबसाइट पर जाएं और ओटीपी का उपयोग करके वेरिफिकेशन करें।
- बायोमेट्रिक ई-केवाईसी: फिंगरप्रिंट सर्टिफिकेशन के लिए अपने निकटतम कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर जाएं।
- फेशियल ऑथेंटिकेशन: वरिष्ठ नागरिकों और शारीरिक रूप से विकलांग किसानों के लिए एक विशेष सुविधा अब सीएससी पर उपलब्ध है, जो चेहरे की पहचान के माध्यम से ई-केवाईसी की अनुमति देती है।
योजना की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, ‘पीएम किसान रजिस्टर्ड किसानों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य है।’
3. अपने लैंड रिकॉर्ड का वेरिफिकेशन करवाएं
पीएम-किसान के लिए पात्रता भूमि स्वामित्व पर आधारित है। यदि आपके भूमि दस्तावेज अपडेट नहीं हैं या राज्य राजस्व विभाग द्वारा सत्यापित नहीं हैं, तो आपका आवेदन अस्वीकार किया जा सकता है या अगली किस्त रोकी जा सकती है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और राजस्थान जैसे कई राज्यों ने किसान रजिस्ट्री और भूमि सत्यापन अभियान शुरू किए हैं। सुनिश्चित करें कि आपके भूमि अभिलेख डिजिटल हैं और आपके आधार और पीएम किसान आईडी से जुड़े हुए हैं।
4. अपने आवेदन की स्थिति ऑनलाइन जांचें
आप आधिकारिक पीएम किसान पोर्टल पर जाकर जांच सकते हैं कि आपका आवेदन अप्रूव्ड है, रिजेक्ट है या ड्यू है:
- pmkisan.gov.in पर जाएं
- ‘स्टेटस जानें’ या ‘लाभार्थी की स्थिति’ पर क्लिक करें
- अपना आधार नंबर, रजिस्ट्रेशन संख्या या मोबाइल नंबर दर्ज करें
किसानों के लिए अंतिम चेकलिस्ट
- बैंक खाते से जुड़ा आधार
- ई-केवाईसी पूरा हुआ
- भूमि स्वामित्व सत्यापित
पीएम किसान के लिए कौन पात्र है?
- भारत का नागरिक होना चाहिए
- खेती योग्य भूमि का मालिक होना चाहिए
- छोटा या सीमांत किसान होना चाहिए
- प्रति माह 10,000 रुपये या उससे अधिक पाने वाला पेंशनभोगी नहीं होना चाहिए
- आयकर दाखिल नहीं किया होना चाहिए
- संस्थागत भूमिधारक नहीं होना चाहिए।