UP Politics: उत्तर प्रदेश की सियासत में सोमवार का दिन बहुत बड़ा रहा है. समाजवादी पार्टी की ओर से अपने तीन विधायकों का पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है. सपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों का हवाला देते हुए गोशाईगंज से विधायक अभय सिंह, गौरीगंज से विधायक राकेश प्रताप सिंह और ऊंचाहार से विधायक मनोज पांडे को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. पार्टी से निकाले जाने के बाद विधायक मनोज पांडे ने एबीपी लाइव से एक्सक्लूसिव बातचीत की.
मनोज पांडे ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत ने कहा, “यह सवाल उन लोगों से करना चाहिए कि जिन लोगों ने हमारे सामने यह स्थितियां पैदा की. समाजवादी पार्टी में मेरा 30 साल का कैरियर रहा जब मैं दल को छोड़ा तो मैं मुख्य सचेतक रहा, जहां तक बागी का सवाल है तो मैं कोई बागी नहीं हूं. सर्वोच्च न्यायालय ने यह कह रखा है कि राज्यसभा में जो जहां वोट करना चाहे वह वहां कर सकता है, यह हमारा संवैधानिक अधिकार है.”
विधायक ने कहा, “यह सवाल उन लोगों से करना चाहिए जिस देश में 135 करोड़ लोग रहते हैं, उसमें 110 करोड़ लोग सनातनी है पर उनके भावना के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार किसने दिया है. मैं कैसे उस दल में रहूं, जहां रामचरितमानस को गाली दी जाए. उसको फाड़ जाए, गंगा नदी को नाला कहा जाए. सीता मैया के लिए अपशब्द कहा जाए.”
राजनीति कोई सुविधा का साधन नहीं- मनोज पांडे
मनोज पांडे ने कहा, “इसके लिए मैंने अपना विरोध भी किया, अपनी आपत्ति भी जताई पर जब उस आपत्ति पर लोगों ने काला चश्मा पहन लिया तब मैंने कहा राजनीति और पद प्रतिष्ठा मनोज पांडे के लिए कोई सुविधा का साधन नहीं है, यह कोई हमारे लिए सुविधा का संसाधन नहीं है. हम कोई पैसा कमाने के लिए नहीं आए हैं. हम राजनीति में आए हैं कि गरीब, कमजोर, दलित अगड़े पिछड़े सबको कैसे सम्मान दिला सके. उन्होंने कहा, पार्टी ने 403 टिकट दिए थे पर उसमें से 46 ही जीत कर आये इसका मतलब कि वहां भगवान का आशीर्वाद था और ऊंचाहार की जनता का आशीर्वाद है.”
सिर्फ जनता का चाहिये अनुग्रह- विधायक
अनुग्रह अवधि जैसे शब्द के इस्तेमाल पर कहा, “अनुग्रह हम सिर्फ परमपिता परमेश्वर, ऊंचाहार की जनता और यूपी के कोने-कोने में रहने वाले अपने शुभचिंतक को का चाहते हैं. उन्होंने कहा अनुग्रह उसको दिया जाता है जो अनुग्रह मांगता हो मुझे अनुग्रह चाहिए नरेंद्र मोदी का ,अमित शाह का, भाजपा का, योगी आदित्यनाथ का, ऊंचाहार की जनता का और अपने शुभचिंतकों का. बाकी मुझे किसी का अनुग्रह नहीं चाहिए.”
हमने 2024 में 18 मई को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता 100000 लोगों के सामने विधिवत ज्वाइन करी. लोगों के सामने हमने सदस्यता ली. अमित शाह जी के सामने हमने सदस्य ली तो उसमें आज कोई हमें पार्टी से निकल रहे हैं तो हमें इसका अभिप्राय भी नहीं मालूम है और मैं आज हतप्रभ भी हूं.
सपा द्वारा किए गए ट्वीट पर कहा कि. किसी के किए गए किसी पोस्ट पर मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी पर उन्हें यह बात जरूर सोचनी चाहिए कि उस पार्टी ने उस व्यक्ति को निकाला है जो 1 साल पहले भाजपा में आ गया है. विश्वनीय रहने के सवाल पर कहा कि मैं 30 साल तक क्या था विश्वनीय था कि नहीं पर यह वही सोच सकता है जिसकी अंतरात्मा जागृत हो.
जनता के बल पर बना विधायक
सपा के सिंबल पर मैं कभी ऊंचाहार से विधायक नहीं बना, मैं अपनी महान जनता के बल पर बना. वहां सपा का कभी सिंबल सपा का कभी व्यक्ति चुनाव नहीं जीता है. आगे क्या करना है यह आगे विचार कर तय करेंगे.
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