एक सूत्र ने कहा कि एयर इंडिया एक्सप्रेस ने कम लोड फैक्टर के कारण पश्चिम एशिया के शहरों को जोड़ने वाली कुछ उड़ानों को रद्द करने का फैसला किया है। कम लोड फैक्टर का मतलब है किसी विशेष उड़ान के लिए कम बुकिंग।
एयर इंडिया ने रविवार को कहा कि वह 19 मार्गों पर संकरे आकार के विमानों से संचालित 118 साप्ताहिक उड़ानों को अस्थायी रूप से कम करेगी और तीन मार्गों पर सेवाएं निलंबित करेगी। टाटा समूह के स्वामित्व वाली इस एयरलाइन ने कुछ दिनों पहले कहा था कि वह चौड़े आकार के विमानों से ऑपरेटेड अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में अस्थायी रूप से 15 प्रतिशत की कटौती करेगी। एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि वह अपने कुल संकरे आकार के बेड़े में 5 प्रतिशत से कम की अस्थायी कटौती करने जा रही है।
बयान के मुताबिक, ‘इस स्वैच्छिक निर्णय से एयर इंडिया की सेवाओं का तीन मार्गों पर अस्थायी निलंबन होगा और 19 मार्गों पर फेरों में कमी आएगी। ये बदलाव कम से कम 15 जुलाई 2025 तक प्रभावी रहेंगे।’ तीन मार्गों (बेंगलुरु-सिंगापुर, पुणे-सिंगापुर और मुंबई-बागडोगरा एआई551/552) पर सप्ताह में 7 बार उड़ानें कम से कम 15 जुलाई तक स्थगित रहेंगी। दिल्ली-बेंगलुरु और दिल्ली-मुंबई सहित कई अन्य मार्गों पर उड़ानों की संख्या में कमी की जाएगी।
नेटवर्क ऑपरेशन की स्थिरता को मजबूत करना मकसद
एयरलाइन के अनुसार, इस कटौती का मकसद एयर इंडिया के नेटवर्क ऑपरेशन की स्थिरता को मजबूत करना और यात्रियों को अंतिम समय में होने वाली असुविधा को कम करना है। वहीं, एयर इंडिया समूह पश्चिम एशिया में कुछ हवाई क्षेत्रों से परहेज कर रहा है, जिसके चलते उड़ानों की अवधि लंबी हो रही है, जबकि एयर इंडिया एक्सप्रेस बदलती स्थिति के कारण कुछ सेवाओं को रद्द कर रही है। ग्रुप के पास 2 एयरलाइंस (एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस) हैं। एयर इंडिया एक्सप्रेस छोटे आकार वाले विमानों के साथ पश्चिम एशिया में सेवाओं का अहम हिस्सा ऑपेरट करती है।