अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ. (फाइल फोटो)
ईरान-इजराइल के बीच अभी तक के युद्ध में दोनों देशों को भारी नुकसान हुआ है. लेकिन इस जंग के 10वें दिन नया मोड़ तब आया जब अमेरिका खुलेआम इस जंग में कूद गया. रविवार को अमेरिका ने ईरान पर हमला करते हुए उसके तीन परमाणु स्थलों को निशाना बनाया है. लेकिन इस बीच अमेरिका की तरफ से बड़ा बयान सामने आया है.
अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने कहा कि अमेरिका ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर रात में अचानक हुए हमले के बाद उसके साथ युद्ध नहीं चाहता है.
परमाणु स्थलों को बनाया निशाना
हेगसेथ और वायु सेना के जनरल डैन कैन, संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष ने पेंटागन समाचार सम्मेलन में कहा कि ऑपरेशन मिडनाइट हैमर मिशन में ईरान की ओर से किसी भी तरह के प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ा. हेगसेथ ने कहा कि यह मिशन शासन परिवर्तन के बारे में नहीं था और न ही रहा है.
कैन ने कहा कि ऑपरेशन का लक्ष्य फोर्डो, नतांज और इस्फाहान में परमाणु स्थलों को नष्ट करना था, जिसको हासिल कर लिया गया है. कैन ने कहा कि अंतिम युद्ध क्षति में कुछ समय लगेगा, लेकिन प्रारंभिक आकलन से संकेत मिलता है कि सभी तीन स्थलों को अत्यधिक गंभीर क्षति और विनाश हुआ है.
उपराष्ट्रपति वेंस ने क्या बोला?
उपराष्ट्रपति वेंस ने कहा कि अमेरिका ईरान के साथ युद्ध में नहीं है, बल्कि हम ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ हैं. अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि ईरान पर हवाई हमलों ने उसके परमाणु कार्यक्रम में काफी देरी की है लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी, ईरान के साथ युद्ध में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि मैं खुफिया जानकारी में नहीं जाना चाहता, लेकिन हम जानते हैं कि हमने ईरानी परमाणु कार्यक्रम को काफी हद तक पीछे धकेल दिया है, चाहे वह वर्षों या उससे भी अधिक हो.