इजराइल से जंग के बीच पीएम मोदी ने की ईरानी राष्ट्रपति से बात
इजराइल से जारी जंग के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान से फोन पर बात की. इस दौरान पीएम मोदी ने मौजूदा हालात पर विस्तार से चर्चा की और तनाव बढ़ाने पर चिंता जताई. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा, हमने मौजूदा स्थिति के बारे में विस्तार से चर्चा की. हाल ही में हुई तनातनी पर गहरी चिंता व्यक्त की. पीएम मोदी ने तत्काल तनाव कम करने की कोशिश हो. साथ ही उन्होंने ये डॉयलॉग और डिप्लोमेसी के जरिए समस्या का समाधान निकालने की बात कही.
Spoke with President of Iran @drpezeshkian. We discussed in detail about the current situation. Expressed deep concern at the recent escalations. Reiterated our call for immediate de-escalation, dialogue and diplomacy as the way forward and for early restoration of regional
— Narendra Modi (@narendramodi) June 22, 2025
करीब 45 मिनट तक बातचीत हुई
सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी और ईरानी राष्ट्रपति के बीच करीब 45 मिनट तक बातचीत हुई. ईरानी प्रेसिडेंट ने भारत को क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने वाला मित्र और साझेदार बताया. साथ ही भारत के रुख और तनाव कम करने, संवाद और कूटनीति के आह्वान के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया. पजशकियान ने कहा कि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की बहाली में भारत की आवाज और भूमिका महत्वपूर्ण थी.
पिछले 10 दिनों से जारी है जंग
इजराइल और ईरान के बीच जंग का आज 10वां दिन है. इतने दिनों के युद्ध के दौरान दोनों देशों को काफी नुकसान हुआ है. मगर दोनों देश अभी भी रुकने को तैयार नहीं है. आलम ये है कि दोनों देशों के बीच जारी इस जंग ने तीसरे विश्व युद्ध की आशंकाएं बढ़ा दीं. इजराइल और ईगान के बीच युद्धविराम की संभावना कम दिख रही है और यह तवान क्षेत्रीय अस्थिरता को बढ़ा रहा है.
जंग में अमेरिका दे रहा इजराइल का साथ
दोनों देशों के बीच जारी इस जंग में अमेरिका, इजराइल का साथ दे रहा है. इससे ईरान उकसावे की कार्रवाई समझकर इजराइल पर और हमले कर रहा है. बदले में इजराइल भी ईरान में जबरदस्त मिसाइलें बरसा रहा है. दोनों देशों के बीच जारी इस युद्ध में अभी तक 600 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. इनमें ज्यादा मौतें ईरान में हुई हैं. बावजूद इसके दोनों देश पीछे नहीं हट रहे हैं.
इजराइल ने ईरान के सरकारी टीवी चैनल IRINN और रक्षा मंत्रालय मुख्यालय पर हमले किए. इस हमले में कई लोग घायल हुए. इसके बाद ईरान ने इजराइल के अस्पताल और स्टॉक एक्सचेंज को निशाना बनाया. इस हमले में तेल अवीव में अमेरिकी दूतावास की बिल्डिंग को भी नुकसान पहुंचा. इजराइल-ईरान जंग का असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है. तेल की कीमतों में उछाल देखा गया है.
13 जून की सुबह इजराइल ने ईरान पर किए हमले
दरअसल, इजराइल लंबे समय से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को अपने लिए अस्तित्व का खतरा मानता है. इजराइल का मानना है कि ईरान हथियार-ग्रेड यूरेनियम जमा कर रहा है. 13 जून 2025 की सुबह इजराइल ने ईरान पर हमले किए. इजराइली सेना की तरफ से बताया गया कि हमने ईरान के परमाणु ठिकानों को टारगेट किया है क्योंकि ये हमारी सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा था. इसके बाद ईरान ने भी पलटवार किया. तब से दोनों देशों के बीच जंग जारी है. इस बीच अमेरिका ने भी ईरान को धमकी दी. उसके परमाणु ठिकाने को तबाह किया.