अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमलों की जानकारी देते हुए कहा कि ईरान के परमाणु केंद्र ‘पूरी तरह से नष्ट कर दिए गए हैं।’ साथ ही उन्होंने ईरान को चेतावनी दी कि अगर उसने जवाबी कार्रवाई की तो उसके खिलाफ और अधिक हमले किए जा सकते हैं।
Defence stocks: डिफेंस सेक्टर के शेयर कल सोमवार को कारोबार के दौरान फोकस में रह सकते हैं। दरअसल, अमेरिका ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के मकसद से इजराइल की ओर से शुरू किए गए हमलों में शामिल होते हुए रविवार तड़के तीन ईरानी परमाणु केंद्रों पर हमले किए। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमलों की जानकारी देते हुए कहा कि ईरान के परमाणु केंद्र ‘‘पूरी तरह से नष्ट कर दिए गए हैं’’। साथ ही उन्होंने ईरान को चेतावनी दी कि अगर उसने जवाबी कार्रवाई की तो उसके खिलाफ और अधिक हमले किए जा सकते हैं। ऐसे में मार्केट एनालिस्ट का मानना है कि निवेशकों में डिफेंस कंपनी के शेयरों को लेकर दिलचस्पी बढ़ सकती है।
डिफेंस शेयरों के हाल
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से डिफेंस सेक्टर के शेयर लगातार चर्चा में हैं। पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स, डीसीएक्स सिस्टम, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, जेन टेक्नोलॉजीज, अपोलो माइक्रो सिस्टम्स, कोचीन शिपयार्ड और सोलर इंडस्ट्रीज जैसे शेयर कल चर्चा में रह सकते हैं। बता दें कि ये शेयर भारत पाकिस्तान टेंशन के बाद से लगातार चढ़ रहे हैं। दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय हथियार, ड्रोन और फाइटर जेट ने कमाल का काम किया, इससे भारतीय डिफेंस कंपनी की डिमांड बढ़ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मेक इन इंडिया पहल के तहत स्वदेशी रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने पर सरकार के फोकस को दोहराए जाने के बाद धारणा को और बल मिला। इसके अतिरिक्त, मार्च तिमाही की मजबूत आय, बढ़ते ऑर्डर प्रवाह, राष्ट्रीय सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए भारत सरकार द्वारा रक्षा खर्च में वृद्धि की उम्मीदें और भारत के स्वदेशी रूप से निर्मित रक्षा उत्पादों की बढ़ती वैश्विक मांग ने पिछले महीने रक्षा शेयरों में मजबूत तेजी में योगदान दिया।
इजराइल-ईरान युद्ध में अमेरिका की एंट्री
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, ‘‘हमने ईरान के तीन परमाणु केंद्रों फोर्दो, इस्फहान और नतांज पर सफलतापूर्वक हमला किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमले को अंजाम देने के बाद सभी विमान ईरान के हवाई क्षेत्र से बाहर आ गए हैं।’’ ट्रंप ने बाद में पोस्ट में लिखा, ‘‘यह अमेरिका, इजराइल और दुनिया के लिए ऐतिहासिक क्षण है। ईरान को अब इस युद्ध को समाप्त करने के लिए सहमत होना चाहिए। धन्यवाद!’’ इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर हमले करने के अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के लिए उनकी सराहना की है। नेतन्याहू ने एक वीडियो संदेश में ट्रंप से कहा, ‘‘ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का आपका साहसिक निर्णय इतिहास बदल देगा…।’’ नेतन्याहू ने कहा कि अमेरिका ने जो किया है वो इस धरती पर कोई अन्य देश नहीं कर सकता। इजराइल ने रविवार को घोषणा की कि वह अमेरिकी हमलों के मद्देनजर देश के हवाई क्षेत्रों को आने और जाने वाली उड़ानों के लिए बंद कर देगा। ‘व्हाइट हाउस’ (अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) और पेंटागन (अमेरिका रक्षा मंत्रालय का मुख्यालय) ने अभियान के बारे में तत्काल विस्तार से नहीं बताया। अमेरिका के सैन्य नेता इस बारे में बाद में जानकारी देंगे। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ‘‘सटीकता, तीव्रता और कुशलता’’ से ऐसे और अधिक केंद्रों को निशाना बना सकता है। ट्रंप ने ‘व्हाइट हाउस’ से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ईरान में या तो शांति होगी या फिर त्रासदी होगी, जो पिछले आठ दिनों में देखी गई त्रासदी से कहीं अधिक घातक होगी।’’ एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी सेना ने ईरान में पर्वतीय क्षेत्र में बनाए गए फोर्दो परमाणु ऊर्जा संवर्धन संयंत्र पर ‘बंकर-बस्टर’ बमों का से हमला किया।