इजराइली सेना ने रविवार (22 जून) को गाजा पट्टी में बंधक बनाए गए तीन लोगों के शव बरामद किए हैं. सेना के मुताबिक मारे गए बंधकों की पहचान योनातन समेरानो (21) ओफ्रा केडर (70) और लेविंसन (19) के रूप में हुई है. तीनों की मौत 7 अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा इजराइल पर किए गए हमले के दौरान हुई थी, जिसने चल रहे युद्ध को भड़का दिया था. उग्रवादी समूह हमास ने अभी भी 50 लोगों को बंधक बना रखा है, जिनमें से आधे से भी कम के जीवित होने का अनुमान है.
योनातन समेरानो के पिता कोबी समेरानो ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि उनके बेटे के शव उस दिन लौटाए गए, जिस दिन योनातन का 23वां जन्मदिन होता है. उन्होंने कहा कि उनके बेटे का 7 अक्टूबर 2023 में हमास के हमले के दौरान मौत हो गई थी. जिसके बाद उसके शव को गाजा ले जाया गया था.
‘बंधकों को वापस लाने का अभियान लगातार जारी’
इस बीच प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बयान में कहा कि बंधकों को वापस लाने का अभियान लगातार जारी है और ईरान के खिलाफ अभियान के साथ-साथ चल रहा है. नेतन्याहू ने सेशल मीडिया पर एक पोस्लिट करते हुए कहा कि गाज़ा पट्टी में शिन बेट (Shin Bet) और आईडीएफ (IDF) द्वारा चलाए गए एक संयुक्त अभियान में, हमारे तीन अगवा किए गए नागरिकों के शव वापस इज़रायल लाए गए, जिन्हें क्रूर आतंकवादी संगठन हमास ने बंधक बना लिया था.
Bodies of 3 Deceased Hostages Recovered
The bodies of SSGT Shay Levinson, Yonatan Samerano and Ofra Keidar, who were held hostage for 625 days in Gaza, have been recovered in a joint IDF and ISA military operation.
May their memories be a blessing. pic.twitter.com/8FUo9XJwXo
— Israel Defense Forces (@IDF) June 22, 2025
शरणार्थी शिविर में इजराइल का हमला
हमास के नेतृत्व वाले उग्रवादियों ने 7 अक्टूबर के हमले में लगभग 1,200 लोगों को मार डाला था, जिनमें से अधिकतर नागरिक थे इस दौरान 251 लोगों का अपहरण कर लिया. युद्ध विराम समझौतों के तहत आधे से अधिक बंधकों को वापस कर दिया गया है. हालांकि अभी भी कई बंधक हमास के कब्जे में हैं. इजराइली सेना लगातार गाजा में हवाई हमले कर रही है. इधर मध्य गाजा में निर्मित नुसेरात शरणार्थी शिविर में रविवार को इजराइली हवाई हमले में कम से कम चार फ़िलिस्तीनी मारे गए वहीं मानवीय सहायता का इंतज़ार कर रहे 22 लोग घायल हो गए.
‘इजराइली सेना ने चलाई भीड़ पर गोलियां’
फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इज़राइली बलों ने हाल के हफ़्तों में बार-बार भोजन की सख्त ज़रूरत वाली भीड़ पर गोलियां चलाई हैं, जिससे सैकड़ों लोग मारे गए हैं. वहीं सेना का कहना है कि उसने उन लोगों पर चेतावनी स्वरूप गोलियां चलाईं जो संदिग्ध तरीके से उसकी सेना के पास आए थे. इसके अलावा, सेलिब्रिटी शेफ जोस एंड्रेस द्वारा संचालित चैरिटी वर्ल्ड सेंट्रल किचन ने कहा कि उसने गाजा में छह सप्ताह में पहली बार गर्म भोजन का वितरण फिर से शुरू किया है, जो इजराइल की नाकाबंदी के कारण बंद हो गया था, जिसे पिछले महीने अकाल की आशंकाओं के बीच ढीला कर दिया गया था.
बंधकों की रिहाई का मांग
इधर बंधकों के परिवारों का प्रतिनिधित्व करने वाला मुख्य संगठन, बंधक परिवार फोरम ने बार-बार शेष बंदियों को रिहा करने के लिए एक समझौते की मांग की है. रविवार को एक बयान में इसने कहा कि विशेष रूप से वर्तमान सैन्य विकास और ईरान में महत्वपूर्ण उपलब्धियों की पृष्ठभूमि में, हम इस बात पर जोर देना चाहते हैं कि शेष 50 बंधकों को वापस लाना किसी भी तरह की जीत हासिल करने की कुंजी है.
हमास ने रखी शर्त
वहीं हमास ने कहा है कि वह केवल शेष बंधकों को रिहा करेगा, बदले में अधिक फिलिस्तीनी कैदियों, एक स्थायी युद्ध विराम और गाजा से इजराइल की वापसी होगी. हालांकि प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इन शर्तों को अस्वीकार कर दिया है, उन्होंने कहा कि इजराइल तब तक युद्ध जारी रखेगा जब तक सभी बंधक वापस नहीं आ जाते और हमास को पूरी तरह से खत्म नहीं कर दिया जाता.