प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान में जारी हालात पर वहां के राष्ट्रपति पजशकियान से फोन पर बात की है। उन्होंने पश्चिम एशिया में जारी तनातनी पर अपनी चिंता जाहिर की और तनाव को कम करने के लिए आपसी संवाद और कूटनीति को प्राथमिकता देने की आपील की।
पश्चिम एशिया में चल रहे इस तनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति पजशिकयान से फोन पर बात करके अपनी चिंता जाहिर की है। अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पीएम मोदी ने इस बात की जानकारी देते हुए पीएम ने कहा कि मैंने उनसे कूटनीति और बातचीत के जरिए किसी भी मुद्दे को सुलझाने की अपील की है।
पीएम ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, “मैंने ईरान के राष्ट्रपति पजशिकयान के साथ बात की है। हमने क्षेत्र की मौजूदा स्थिति पर विस्तार से चर्चा की और बढ़ते तनाव को लेकर अपनी गहरी चिंता भी जताई है। मैंने तनाव को कम करने के लिए बातचीत और कूटनीति को प्राथमिकता देने की अपील की है और क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता की जरूरत पर भी जोर दिया।”
इससे पहले ईरान पर परमाणु हथियार बनाने का आरोप लगाते हुए इजरायल ने ईरान पर हमला बोल दिया था। इस हमले में ईरान के कई बड़े सैन्य अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक मारे थे। ईरान ने भी इस हमले का जवाब देते हुए इजरायल के ऊपर मिसाइल और ड्रोन्स से अटैक किया। यह अटैक इतना जोरदार था कि इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम इसे संभालने में नाकाम रहा। पिछले एक हफ्ते से लगातार यह क्रम अपने आप को दोहराता रहा। ईरान का फार्डो परमाणु संयंत्र को लेकर इजरायल ने दावा किया कि ईरान ने यहीं पर अपने परमाणु बम बनाने का कार्यक्रम शुरू कर रखा है। चूंकि यह केंद्र जमीन से कई मीटर गहराई में स्थित है और इजरायल के पास इसे बर्बाद करने के लिए कोई हथियार नहीं हो तो इजरायल ने अमेरिका से इसके लिए मदद मांगी।
शनिवार की रात अमेरिका के शक्तिशाली बॉम्बर्स ने ईरान के ऊपर उड़ान भरकर इस केंद्र समेत तीन परमाणु ठिकानों पर टनों वजनीं बॉम्ब को गिराया। बाद में सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए फोर्डो परमाणु केंद्र को नुकसान पहुंचने की पु्ष्टि हुई। ट्रंप ने तुरंत ही इस हमले की जानकारी देते हुए इसे मध्य-पूर्व और विश्व की शांति के के लिए उठाया गया कदम बताया।