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Chhattisgarh में Naxalites का सरेंडर, माओवादी के साथ बचाव

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छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य तेलंगाना के कोठागुडेम में 26 लाख के इनामी समेत 12 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने वालों में चार महिला नक्सली भी शामिल हैं। ये नक्सली छत्तीसगढ़ की कई घटनाओं में शामिल रहे हैं।

आत्मसमर्पित नक्सलियों में 2 डीवीसीएम, 4 एसीएम, 2 पार्टी सदस्य, 2 मिलिशिय सदस्य, 2 RPC सदस्य हैं। सभी नक्सलियों ने तेलंगाना के कोठागुडेम पुलिस मुख्यालय में एसपी रोहित राज के सामने सरेंडर किया है। तेलंगाना में इस साल अब तक 294 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं। तेलंगाना से लगे छत्तीसगढ़ के बस्तर में लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी है, जिससे घबराकर माओवादी सरेंडर कर रहे हैं या फिर मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं।

इधर शुक्रवार को कांकेर जिले के छोटेबेठिया इलाके में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। डीआरजी और बीएसएफ जवान एंटी नक्सल ऑपरेशन पर निकले थे, तभी नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई में दो नक्सलियों के मारे जाने की खबर सामने आई है। दो नक्सलियों का शव और हथियार बरामद किया गया है। एनकाउंटर में मारे गए नक्सलियों की पहचान नहीं हो पाई है। मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है। कांकेर जिले के एसएसपी इंदिरा कल्याण एलिसेला ने बताया कि एनकाउंटर अभी जारी है। जवानों से जानकारी मिलने के बाद ही डिटेल बता पाएंगे।

आंध्र प्रदेश में मारे गए थे तीन हार्डकोर नक्सलीबता दें कि तीन दिन पहले छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू जिले के मारेडुमिल्ली जंगलों में ग्रेहाउंड्स फोर्स और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें केंद्रीय समिति का सदस्य गजरला रवि उर्फ उदय, विशेष जोनल समिति (AOBSZC) की सदस्य वीआरएल चैतन्य उर्फ अरुणा और अंजू को मुठभेड़ में जवानों ने मार गिराया था। रवि पर 40 लाख और अरुणा पर 25 लाख का इनाम था। सुरक्षा बलों ने मौके से दो AK-47 राइफलें और भारी मात्रा में नक्सली सामान जब्त किया था। इससे पहले अबूझमाड़ के जंगल में भी मुठभेड़ हुई थी, जिसमें सेंट्रल कमेटी के मेंबर मारे गए थे।

गृहमंत्री अमित शाह आ रहे रायपुरबता दें कि नक्सलवाद पर अंकुश लगाने की रणऩीति पर मंथन करने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 22 जून को रायपुर आ रहे हैं। इस दौरान नक्सलवाद के मुद्दे पर मंत्रणा होगी। बता दें कि मार्च-2026 तक छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग से नक्सलवाद को खत्म करने की डेडलाइन तय की गई है। इसके बाद से लगातार सुरक्षा बल के जवानों बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर और कांकेर जिले में एंटी नक्सल ऑपरेशन चला रहे हैं। जवानों को लगातार बड़ी सफलता भी मिल रही है, जिससे माओवादी संगठन में दहशत है। मुठभेड़ में मारे जाने के डर से नक्सली लगातार अपना ठिकाना भी बदल रहे हैं।

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