केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 15 अगस्ट, 2025 से नए फास्टैग पास सिस्टम की घोषणा की है। इसके अनुसार, निजी वाहनों के लिए फास्टैग आधारित एनुअल पास जारी किया जाएगा, जिसकी कीमत सालाना 3 हजार रुपए होगी। यह पास वाहन मालिकों को साल में अधिकतम 200 टोल से गुजरने की अनुमति देगा और यात्रा को सुविधाजनक बनाएगा।
नॉर्वे के टोल सिस्टम को दुनिया का सबसे तेज और सबसे एडवांस्ड माना जाता है, जहां गाड़ी की रफ्तार किसी भी हद तक धीमी नहीं होती और न कोई टोल नाक होती है। यहां टोल टैक्स कैमरे द्वारा भरा जाता है, जिसमें ऑटोमेटेड नम्बर प्लेट रिकग्निशन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है।
नॉर्वे में इस फास्ट टोल सिस्टम की शुरुआत 1991 में हुई थी और इसे वर्ल्ड लीडर कहा जाता है। इसकी विशेषता है कि यह गाड़ी की स्पीड को धीमी नहीं करता और टोल टैक्स को सरल बनाता है। इसे देखकर अन्य देशों ने भी इस सिस्टम को अपनाया है।
नॉर्वे का फास्ट टोल सिस्टम: दुनिया का सबसे तेज और हाइटेक
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