छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार ने पांच दिन के वर्क वीक को खत्म करने की संभावना दर्शाई है। इस मुद्दे पर सियासी विवाद तेज हो गया है और कर्मचारियों का विरोध भी बढ़ गया है। छत्तीसगढ़ में सरकारी दफ्तरों में हफ्ते में पांच दिन काम को खत्म करने की चर्चा ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। बीजेपी सरकार के इस कदम से कर्मचारी भड़के हुए हैं, तो कांग्रेस इसे लेकर सरकार पर निशाना साध रही है। कर्मचारियों ने इसके खिलाफ आंदोलन करने और सड़क पर उतरने की बात कही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पांच दिन के वर्क वीक को खत्म करने के संकेत दिए हैं। कांग्रेस और कर्मचारियों के विरोध के बावजूद, सरकार का कहना है कि इससे गवर्नेंस की रफ्तार धीमी पड़ रही है। कर्मचारी यूनियनों ने भी इस प्रस्ताव को गलत बताते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।फरवरी 2022 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने पांच दिन का कार्य सप्ताह शुरू किया था, जिसका मकसद था वर्क-लाइफ बैलेंस को बढ़ावा देना और प्रशासनिक दक्षता सुधारना। अब यह मामला सियासी जंग का मैदान बन चुका है।
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