पटना. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी बढ़ रही है। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार पर तीखा हमला बोला है। मांझी ने तेजस्वी यादव को ‘फसाद की असली जड़’ बताकर राजनीति में और गर्मी ला दी है। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, मांझी की इस बयान से उनकी पार्टी के दलित वोट बैंक को मजबूत करने की रणनीति भी हो सकती है। यह बयान उस समय आया जब बीजेपी-जेडीयू गठबंधन आरजेडी को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरने की कोशिश कर रहा है।
मांझी ने तेजस्वी पर निशाना साधते हुए उन्हें बिहार की समस्याओं की जड़ करार दिया, विशेष रूप से चारा घोटाला और नौकरी के बदले जमीन घोटाले का जिक्र करते हुए। इसके अलावा, तेज प्रताप यादव के हालिया विवाद ने मांझी को आरजेडी पर नैतिकता के आधार पर हमला करने का मौका दिया। मांझी ने तेज प्रताप की पूर्व पत्नी ऐश्वर्या राय के साथ लालू परिवार के व्यवहार को भी मुद्दा बनाया, जिससे महिला मतदाताओं को लुभाने की कोशिश दिखती है।
मांझी का लालू परिवार पर हमला और 2020 के ऑफर का जिक्र बिहार की सियासत में रणनीतिक दांव है। यह एनडीए की कोशिश है कि आरजेडी को भ्रष्टाचार और परिवारवाद के मुद्दे पर कमजोर किया जाए। 2025 का चुनाव इस बात पर निर्भर करेगा कि बिहार का मतदाता इन सियासी हमलों को कैसे देखता है और क्या तेजस्वी अपनी युवा अपील और आर्थिक मुद्दों को भुना पाएंगे।