सरायकेला: सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय (सरायकेला) के शांतिकुंज में रविवार को समारोह आयोजित कर मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रशांत कुमार महापात्र ने कहा कि देश के भविष्य के बच्चे हैं. आज के मेधावी छात्र‑छात्राएं कल जिम्मेदार नागरिक बनकर देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे. मैट्रिक आपके लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव है; इसके बाद आप जिस क्षेत्र में चाहें, उसी में करियर बना सकते हैं. आप सभी के अथक परिश्रम और लगन का परिणाम हासिल हुआ है.समय के साथ परिवर्तन लाना शिक्षा का मूल उद्देश्य : प्रधानाचार्य पार्थ सारथी आचार्य ने कहा कि विद्यार्थियों के कठिन परिश्रम से ही यह रिजल्ट प्राप्त हुआ है. अपने अंदर स्व पहचान, आत्म अवलोकन और मानव मूल्य की पहचान करना ही शिक्षा है. समय के अनुसार परिवर्तन लाना शिक्षा का मूल उद्देश्य है. प्रबंध कारिणी समिति के अध्यक्ष रामनाथ आचार्य ने कहा कि शिक्षा ही हमें लक्ष्य की प्राप्ति होती है. शिक्षा के माध्यम से हम मानव निर्माण करते हैं. शिक्षा संस्कार, संस्कृति, चरित्र निर्माण में सहायक है. इससे पूर्व मुख्य अतिथि प्रशांत कुमार महापात्र, विद्यालय प्रबंध कारिणी समिति के अध्यक्ष रामनाथ आचार्य, दीपक तामसोय, प्रसाद महतो, गुरुचरण महतो, सुदीप पटनायक ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. मौके पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्य तुषार कांत पति, सभी आचार्य दीदी के साथ समिति सदस्य उपस्थित थे.
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