AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बहरीन में भारत का पक्ष रखते हुए कहा कि पाकिस्तान एक हमलावर है, पीड़ित नहीं. उन्होंने कहा कि हमने बहरीन सरकार के सामने भारत का पक्ष रखा. हमने उनको बताया कि कितने वर्षों से पाकिस्तान की तरफ से सहायता प्राप्त और ट्रेन आतंकी भारत में हमले कर रहे हैं और कई लोगों की जान जा चुकी है. हमने उन्हें सारा डेटा दिया.
उन्होंने कहा कि चाहे वह मुंबई धमाका हो, ट्रेन ब्लास्ट हो, जम्मू-कश्मीर विधानसभा के सामने आत्मघाती हमला हो, पुलवामा हो, पठानकोट हमला या फिर रियाशी का हमला हो. हमने दिसंबर 2023 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से कहा कि आप TRF पर प्रतिबंध लगाएं, यह भारत में कुछ गलत कर सकता है. हमने 15 अप्रैल को असीम मुनीर के भाषण के बारे में भी बात की.
#WATCH | Manama, Bahrain: AIMIM MP Asaduddin Owaisi says, “…Pakistan is an aggressor and not a victim.”
He says, “…In today’s meeting, we presented India’s side. We told them that for many years, terrorists aided and trained by Pakistan have been carrying out terror attacks pic.twitter.com/13qGvHKA2k
— ANI (@ANI) May 25, 2025
ओवैसी ने कहा कि मुनीर ने कश्मीर के बारे में जो बात कही, उसके बारे में बताया. पाकिस्तान की संलिप्तता इस बात से भी साबित होती है कि पहलगाम में आतंकी हमले के बाद TRF संगठन ने 2 बार इसे स्वीकार किया. हमारे साइबर विशेषज्ञों ने पाया कि उन्होंने इसे पाकिस्तानी सैन्य छावनी के पास से इंटरनेट पर अपलोड किया था. हमने पहले पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया.
भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का बहरीन दौरा
असदुद्दीन ओवैसी ने एक सर्वदलीय भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में बहरीन का दौरा किया. इसका नेतृत्व बीजेपी सांसद बैजयंत जय पांडा कर रहे हैं. इसका उद्देश्य पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद को उजागर करना और भारत की आतंकवाद के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति को रेखांकित करना था.
भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल को सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ स्थिति को स्पष्ट करने और 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान की भूमिका के बारे में जागरूक करने के लिए भेजा गया था. इस घटना में 26 पर्यटक मारे गए थे.
इस दल में बैजयंत पांडा, निशिकांत दुबे, फांगनोन कोन्याक, रेखा शर्मा (बीजेपी), सतनाम सिंह संधू, गुलाम नबी आजाद, और पूर्व विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला शामिल थे. यह प्रतिनिधिमंडल बहरीन के अलावा सऊदी अरब, कुवैत और अल्जीरिया का भी दौरा कर रहा है.